07-Aug-2025
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वॉशिंगटन (ईएमएस)। आजकल की अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान के कारण किडनी पर बुरा असर पड़ रहा है। चिंता की बात यह है कि अक्सर लोग तब तक इस अंग की सेहत पर ध्यान नहीं देते जब तक कोई गंभीर समस्या न हो जाए। अच्छी बात ये है कि कुछ आसान तरीकों से आप बिना किसी मेडिकल टेस्ट के घर पर ही अपनी किडनी की सेहत का अंदाजा लगा सकते हैं। इसमें सबसे आसान तरीका है – पेशाब की मात्रा पर नजर रखना। किडनी शरीर की गंदगी को यूरिन के ज़रिए बाहर निकालती है। इसलिए डॉक्टर पेशाब की मात्रा को देखकर किडनी के काम का मूल्यांकन करते हैं। स्वस्थ व्यक्ति को हर घंटे अपने वजन के हिसाब से लगभग 0.5 से 1 मिलीलीटर पेशाब होना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपका वजन 60 किलो है, तो हर घंटे 30 से 60 मिली पेशाब आना सामान्य है। यानी 10 घंटे में 300 से 600 मिली यूरिन होना ठीक माना जाता है। घर पर जांच करने के लिए आप 10 घंटे का कोई भी समय चुनें जब आप बिना रुकावट के पेशाब को इकट्ठा कर सकें। एक साफ एक लीटर की बोतल लें जिसमें माप के निशान हों और हर बार पेशाब उसी में इकट्ठा करें। 10 घंटे बाद कुल मात्रा नापें। यदि यह तय मात्रा के आसपास है तो आपकी किडनी सामान्य रूप से काम कर रही है। हालांकि अगर यूरिन की मात्रा लगातार कम हो रही हो, तो यह किडनी फंक्शन में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। शरीर में पानी की कमी, ब्लड फ्लो कम होना या किडनी की शुरुआती खराबी इसके कारण हो सकते हैं। इसके साथ ही अगर पैरों या चेहरे में सूजन, थकान, गहरे रंग या झाग वाले यूरिन, मतली या ध्यान में कमी जैसे लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। पेशाब की मात्रा पर नजर रखना एक आसान और शुरुआती चेतावनी देने वाला तरीका है, लेकिन यह मेडिकल जांच की जगह नहीं ले सकता। खासकर यदि आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या पेनकिलर दवाएं लेने की आदत है, तो यह निगरानी और भी जरूरी हो जाती है। हैल्थ एक्सपटर्स की माने तो किडनी हमारे शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग है, जो ब्लड को फिल्टर कर शरीर से टॉक्सिन्स निकालने का काम करती है। इसके अलावा किडनी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, रेड ब्लड सेल्स बनाने और हड्डियों को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाती है। सुदामा/ईएमएस 07 अगस्त 2025