-दोनों पक्ष आए आमने-सामने, पुलिस ने दो पक्षों को समझाकर स्थिति को संभाला फतेहपुर,(ईएमएस)। यूपी के फतेहपुर में मकबर को लेकर हंगामा हो गया। बीजेपी जिलाध्यक्ष के आह्रवान पर सोमवार की सुबह वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। लोग पुलिस के बैरीकेड तोड़कर मकबरे के अंदर प्रवेश कर गए। हिंदू समाज के लोगों ने मकबरे पर चढ़कर तोड़फोड़ शुरू कर दी। बाद में दूसरे पक्ष के लोग भी वहां आ गए। पुलिस इससे इनकार कर रही है। पुलिस ने हालात को देखते हुए लोगों को अलग-अलग किया। सूचना पर डीएम और एसपी भी तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों पक्षो को मौके से हटा दिया है। हालांकि अभी भी लोग वहां खड़े हैं। मौके पर शांति है। वहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दोनों पक्षों के लोगों से डीएम-एसपी और प्रशासन के कई अन्य अधिकारी बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार सुबह मौके पर करीब भारी संख्या में हिन्दू संगठन के लोग मकबरे में घुस गए जिससे दूसरा पक्ष भी वहां आ गया और दोनों और से विवाद बढ़ गया जिसके बाद पुलिस दोनों पक्षों के बीच बातचीत से मामले का हल निकालने की कोशिश कर रही थी। भीड को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। मौके पर तनावपूर्ण स्थिति बन गई। काफी देर तक समझाने के बाद लोग वहां से हटे, लेकिन घर वापस जाने की बजाए दूर जाकर खड़े हो गए। बीजेपी जिलाध्यक्ष ने सोमवार सुबह मकबरे में पहुंचकर लोगों से पूजा, आरती करने की अपील की थी। इस अपील पर सोमवार सुबह हिन्दू पक्ष के लोग डाक बंगला के पास से लगी बैरीकेडिंग तोड़कर वहां पहुंचे। और पुलिस की बैरीकेडिंग तोड़ कर विवादित स्थल के अंदर प्रवेश कर गए। प्रशासन कल से ही इसे लेकर चौकन्ना था लेकिन फिर भी सोमवार को हिंदू समुदाय के लोग जुटे और तनावपूर्ण हालात पैदा हो गया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मकबरे के आसपास बैरिकेडिंग की गई थी। पुलिस बल भी तैनात था। इसके बावजूद वहां हिंदू संगठन ने भीड़ जुटाई जिसे संभालने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। बता दें गुरुवार को आबूनगर रेडइया स्थित एक मकबरा स्थल को ठाकुर का मंदिर बता गया था उसके सुंदरीकरण, नवीनीकरण और विस्तारीकरण के लिए मठ मंदिर संरक्षण समिति ने डीएम को ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन देने वालों में बीजेपी नेता शामिल भी थे। इसके बाद संरक्षण समिति ने सोमवार को आबूनगर डाक बंगले पर लोगों से एकत्रित होने की अपील कर मकबरा पहुंचने का आह्वान किया था। उधर 9 अगस्त को राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव तलहा आमिर ने डीएम के नाम एक पत्र लिखा था। इसमें बताया था कि जिस स्थल को समिति मंदिर बता रही है, वह अभिलेखों में मकबरा मंगी के तौर पर दर्ज है। इसके आधिकारिक मुतवल्ली के तौर पर मोहम्मद अनीश का नाम दर्ज है। रविवार को बीजेपी जिलाध्यक्ष ने वीडियो जारी कर सोमवार सुबह लोगों से पहुंचने की अपील की है। कहा वह मकबरा नहीं मंदिर है। इमारत की दीवारों पर कमल के फूल, त्रिशूल आदि के निशान बने हैं। विहिप और बजरंग दल के नेताओं ने भी आह्वावन किया है। फतेहपुर के एडीएम ने रविवार को कहा था कि यह जगह मंदिर है या मकबरा यह अभिलेख देख कर ही बताया जा सकता है। लॉ एंड आर्डर बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा। सिराज/ईएमएस 11अगस्त25