नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली में इंडिया गठबंधन के विरोध प्रदर्शन में शामिस भरतपुर की कांग्रेस सांसद संजना जाटव अचानक बेहोश होकर गिर पड़ीं। उन्हें दिल्ली पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। चुनाव आयोग के खिलाफ चल रहे विपक्षी दलों के प्रोटेस्ट में संजना जाटव भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने जब सांसदों को चुनाव आयोग के कार्यालय तक जाने से रोका तो सांसद संजना जाटव बैरिकेडिंग पर चढ़ गईं। बताया जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने जिन सांसदों को हिरासत में लिया था, उनमें संजना जाटव भी शामिल थीं। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें राहुल गांधी समेत अन्य सांसदों ने संभाला और फिर पुलिस की मदद से उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सांसदों को हिरासत में लेकर बस में भरा गया। अब उन्हें छोड़ा भी जा रहा है। इस दौरान संजना जाटव के अलावा, महुआ मोइत्रा और मिताली बाग भी बेहोश हो गईं। इस दौरान राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि हकीकत तो यह है कि वे बात नहीं कर सकते। यह लड़ाई राजनीति का हिस्सा नहीं बल्कि संविधान को बचाने की लड़ाई है। विपक्ष की एक ही मांग है कि वोटर लिस्ट को साफ-सुथरा करें। विपक्ष के नेता लगातार सवाल उठा रहे हैं कि बीजेपी सरकार और चुनाव आयोग विपक्ष के प्रदर्शन से डर क्यों रहे हैं? अगर वे गलत नहीं हैं तो सबूत पेश करें। अखिलेश यादव ने भी यह आरोप लगाया कि सरकार ने पुलिस को भेजकर विपक्ष का मुंह बंद करने की और उन्हें रोकने की कोशिश की है। इस दौरान दिल्ली पुलिस की ओर से भी बयान आया। नई दिल्ली डीसीपी देवेश कुमार महला ने जानकारी दी कि पुलिस और चुनाव आयोग लगातार संपर्क में थे। चुनाव आयोग की ओर से एक पत्र आया था, जिमें उन्होंने कहा था कि विपक्ष के कोई भी 30 लोग चुनाव आयोग तक आ सकते हैं। हालांक, 200 से ज्यादा भी ज्यादा नेताओं ने चुनाव आयोग की ओर मार्च करना शुरू कर दिया। सुरक्षा और कानून व्यवस्था को देखते हुए सांसदों को रोका गया। इस दौरान अखिलेश यादव समेत कुछ सांसदों ने बैरिकेड से भी कूदने की कोशिश की थी। इस बीच दिल्ली पुलिस को एक्शन लेना पड़ा और सांसदों को डिटेन करना पड़ा। अजीत झा/ देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/11/अगस्त/2025