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14-Aug-2025
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-घटना मचैल माता मंदिर मार्ग पर हुई, इलाके में मची अफरा-तफरी किश्तवाड़,(ईएमएस)। जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के चशोती इलाके में गुरुवार को बादल फटने से कम से कम 20 लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है। यह हादसा तीर्थयात्रा मार्ग पर हुआ, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई। जहां बादल फटने की घटना हुई वह रास्ता मचैल माता के मंदिर जाता है। इस मार्ग से हर साल हजारों श्रद्धालु मचैल माता के दर्शन करने आते हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने घटना की जानकारी मिलने के बाद किश्तवाड़ के उपायुक्त से बात की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, अभी-अभी जम्मू-कश्मीर के विपक्ष के नेता और स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा से संदेश मिलने के बाद किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से बात की। चशोती क्षेत्र में भीषण बादल फटने की घटना हुई है, जिसमें भारी जनहानि होने की आशंका है। प्रशासन सक्रिय हो गया है, बचाव दल रवाना हो चुका है। नुकसान का आकलन और बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है। सभी संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। ताजा जानकारी अनुसार मृतकों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है, जबकि अनेक लोग अब भी लापता बताए गए हैं। बताया जा रहा है कि बादल फटने के कारण मचैल माता यात्रा के शुरुआती प्वाइंट पर अचानक बाढ़ आ गई और कई अस्थायी दुकानों के साथ वाहन बह गए। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रशासनिक अमले के साथ ही पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को राहत व बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उपराज्यपाल सिन्हां और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर बात कर केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। सीएम उमर ने बताया कि बचाव कार्यों के लिए जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर से संसाधन जुटाए जा रहे हैं, फिलहाल श्री मचैल यात्रा को आगामी सूचना तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। राहत व बचाव कार्य में दर्जनों टीमें लग गई हैं, लेकिन ऊबड़-खाबड़ इलाका और लगातार हो रही बारिश चुनौती खड़े कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित इलाकों में जाने की अपील की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि क्षेत्र में बादल फटा है। यह मचैल माता यात्रा का मार्ग है। बादल फटने की घटना बहुत बड़े पैमाने पर हुई है, जिससे बड़ी संख्या में जनहानि होने की आशंका है। अधिकारियों से संपर्क किया गया है। इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया है। वह घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं। हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। प्रशासन चिकित्सा उपचार के लिए हेलीकाप्टर से बचाव की भी व्यवस्था करेगा। जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने भी इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की और राहत-बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने एक्स पर लिखा– किश्तवाड़ के चिशोती में बादल फटने की घटना से दुखी हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अधिकारियों को राहत-बचाव कार्य को मजबूत करने और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बता दें देश में इन दिनों भारी बारिश का दौर जारी है, जिसका सबसे ज्यादा असर पहाड़ी इलाकों में देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड में बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है। हाल ही में चमोली जिले के नंदप्रयाग में बारिश के बाद हुए भूस्खलन से सड़क मार्ग बंद था। उत्तरकाशी में 5 अगस्त को हुए बादल फटने और फ्लैश फ्लड के बाद धराली और हरसिल गांव में भारी तबाही हुई थी। कीर गाड़ क्षेत्र के गांव में आए मलबे और पानी के बहाव से कई घर बह गए थे। प्रशासन ने हरसिल को उत्तरकाशी से जोड़ने वाले पुल का पुनर्निर्माण कर दिया है, जिससे राहत सामग्री और मशीनरी की आवाजाही आसान हो गई है। सिराज/ 14 अगस्त 25