- फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना प्रभावित हो सकती है नई दिल्ली (ईएमएस)। अमेरिका में जुलाई महीने में थोक स्तर पर कीमतों में उम्मीद से कहीं ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे सितंबर में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना प्रभावित हो सकती है। अमेरिकी श्रम सांख्यिकी ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स जुलाई में 0.9 फीसदी बढ़ा, जबकि विशेषज्ञों का अनुमान सिर्फ 0.2 फीसदी था। खाद्य और ऊर्जा क्षेत्र को छोड़कर कोर पीपीआई भी 0.9 फीसदी बढ़ा, जो अनुमानित 0.3 फीसदी से काफी अधिक है। वार्षिक आधार पर, हेडलाइन पीपीआई 3.3 फीसद बढ़ी है, जो फरवरी के बाद सबसे बड़ी 12 महीने की वृद्धि है और फेडरल रिजर्व के 2 फीसदी मुद्रास्फीति लक्ष्य से कहीं ऊपर है। इस बढ़ोतरी में सेवाओं की कीमतें मुख्य कारण रही हैं, जो जुलाई में 1.1 फीसदी बढ़ी, मार्च 2022 के बाद सबसे बड़ी मासिक उछाल। व्यापार सेवाओं के मार्जिन भी 2 फीसदी बढ़े, जिसमें मशीनरी और उपकरणों के थोक कारोबार में 3.8 फीसदी की वृद्धि शामिल है। रिपोर्ट के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में वायदा गिर गया, जबकि अल्पावधि ट्रेजरी यील्ड में तेजी आई। इससे बाजार में फेडरल रिजर्व की आगामी नीतियों को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है। पहले उम्मीद थी कि सीपीआई के स्थिर रहने से फेड सितंबर में ब्याज दरें घटाएगा, लेकिन अब यह संभावना कमजोर दिख रही है। सतीश मोरे/16अगस्त ---