व्यापार
16-Aug-2025


- रेटिंग 19 साल बाद पहली बार सुधारी गई नई ‎दिल्ली (ईएमएस)। साख निर्धारण एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की क्रेडिट रेटिंग ‘बीबीबी- से बढ़ाकर ‘बीबीबी कर दी है। यह रेटिंग 19 साल बाद पहली बार सुधारी गई है और इसे स्थिर परिदृश्य के साथ रखा गया है। एजेंसी ने इस सुधार के पीछे मजबूत आर्थिक वृद्धि, राजकोषीय मजबूती के लिए सरकार की प्रतिबद्धता और महंगाई नियंत्रण में बेहतर मौद्रिक नीतियों को प्रमुख कारण बताया है। एसएंडपी ने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। पिछले पांच-छह वर्षों में सरकारी खर्च की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत को ‘मृत अर्थव्यवस्था’ कहने और भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत तक शुल्क लगाने की घोषणा के बावजूद एसएंडपी ने माना कि अमेरिकी शुल्क का भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोई बड़ा नकारात्मक प्रभाव नहीं होगा, क्योंकि भारत की 60 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि घरेलू खपत पर निर्भर है और व्यापार पर निर्भरता कम है। इस रेटिंग सुधार से भारत को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कर्ज़ लेने में आसानी होगी, जिससे कर्ज़ की लागत कम होगी। एसएंडपी ने यह भी कहा कि सरकार की सतर्क राजकोषीय और मौद्रिक नीतियां आने वाले 24 महीनों में रेटिंग को और मजबूत बनाएंगी। एसएंडपी ने वित्त वर्ष 2025-26 तक भारत के सामान्य सरकारी घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 7.3 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत करने का अनुमान लगाया है। एजेंसी ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर को भी 6.5 प्रतिशत से बढ़कर अगले तीन वर्षों में औसतन 6.8 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना जताई है। यह रेटिंग सुधार भारत की आर्थिक स्थिरता और विकास के प्रति वैश्विक निवेशकों का विश्वास बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है। सतीश मोरे/16अगस्त ---