नई दिल्ली (ईएमएस)। यूरोप के शीर्ष नेताओं ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस पहल का समर्थन किया है, जिसके तहत अमेरिका, रूस और यूक्रेन के बीच एक त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई गई है। यूरोपीय नेताओं ने कहा कि यह पहल पिछले चार साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने और स्थायी शांति स्थापित करने की दिशा में एक अहम कदम हो सकती है। शनिवार को यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब, पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा ने संयुक्त बयान जारी किया। यह बयान ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को अलास्का में हुई ऐतिहासिक बैठक के बाद सामने आया। बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन से मुलाकात के बाद यूरोपीय नेताओं और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को बातचीत की जानकारी दी। यूरोपीय नेताओं ने ट्रंप की इस कोशिश की सराहना की और कहा कि यह कदम रूस की आक्रामकता को रोकने और यूक्रेन में हिंसा समाप्त करने में मददगार साबित हो सकता है। यूरोपीय नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा को “मजबूत गारंटी” के साथ शामिल किया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि यूक्रेन के भविष्य, उसके गठबंधनों और उसकी जमीन से जुड़े फैसले केवल कीव ही करेगा। यूरोपीय नेताओं ने साफ किया कि रूस को यूक्रेन के नाटो और यूरोपीय संघ में शामिल होने की प्रक्रिया पर कोई वीटो अधिकार नहीं होगा। साथ ही, नेताओं ने चेतावनी दी कि जब तक युद्ध चलता रहेगा, यूरोपीय देश यूक्रेन को सैन्य, राजनीतिक और आर्थिक मदद देते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर रूस अपनी आक्रामकता नहीं रोकता, तो उस पर और कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे और उसकी युद्ध-आर्थिक व्यवस्था पर दबाव और बढ़ेगा। सुबोध\१७\०८\२०२५