अंतर्राष्ट्रीय
18-Aug-2025


-इसमें पानी के नीचे लड़ने की क्षमता, व्यापक सेंसर प्रणाली से है लैस इस्लामाबाद,(ईएमएस)। पाकिस्तान ने चीन के साथ जिन आठ हंगोर श्रेणी की पनडुब्बियों की डील की थी, उनमें से चीन ने तीसरी पनडुब्बी पाकिस्तान को सौंप दी है। चीन का यह कदम पाकिस्तान की नौसैनिक ताकत बढ़ाने और हिंद महासागर में पाकिस्तान की बढ़ती उपस्थिति को समर्थन देने के प्रयासों का एक अहम हिस्सा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हंगोर-श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी का जलावतरण समारोह चीन के वुहान में आयोजित किया गया था। चीन द्वारा पाकिस्तान के लिए बनाई जा रही 8 पनडुब्बियों में से दूसरी पनडुब्बी इस साल मार्च में सौंपी गई थी। यह उन चार आधुनिक नौसैनिक लड़ाकू पोत के अतिरिक्त हैं, जिन्हें चीन ने पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान को दिया है। यह आपूर्ति अरब सागर में चीनी नौसेना के निरंतर विस्तार के बीच पाकिस्तान की नौसैनिक ताकत को बढ़ाने के लिए है, जहां वह बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह का विकास करने के साथ-साथ हिंद महासागर में भी विकास कर रहा है। पाकिस्तान रक्षा विभाग के हवाले से बताया गया है कि तीसरी पनडुब्बी के जलावतरण के अवसर पर पाकिस्तान के उप नौसेना प्रमुख प्रोजेक्ट-2 वाइस एडमिरल अब्दुल समद ने कहा कि हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी के अत्याधुनिक हथियार और अपग्रेड सेंसर क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को बनाए रखने और समुद्री स्थिरता सुनिश्चित करने में सहायक होंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने पाकिस्तान को 81 फीसदी से ज्यादा सैन्य हार्डवेयर की आपूर्ति की है। चीन ने 2022 में पाकिस्तानी वायुसेना को मल्टीपर्पज जे-10सीई लड़ाकू विमानों की पहली खेप सौंपी थी, जो दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित जेएफ-17 लड़ाकू विमानों के अतिरिक्त है। पाकिस्तान ने भारत के साथ हालिया संघर्ष में इन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था। चीनी सैन्य मामलों के विशेषज्ञ ने बताया कि हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी की विशेषता इसकी पानी के नीचे मजबूत लड़ाकू क्षमता है, जिनमें व्यापक सेंसर प्रणाली, उत्कृष्ट ‘स्टील्थ’ विशेषताएं, उच्च गतिशीलता, एक बार ईंधन भरने के बाद लंबे समय तक जल के नीचे रहने की क्षमता और भीषण मारक क्षमता है। सिराज/ईएमएस 18अगस्त25