भोपाल(ईएमएस)। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र में अब तक 3 लाख 52 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर स्थापित कर दिये गये हैं। स्मार्ट मीटर की स्थापना के दौरान कंपनी द्वारा पुराने मीटरों को बदला जा रहा है और उपभोक्ता परिसरों में नये स्मार्ट मीटर स्थापित किये जा रहे हैं। इस दौरान जो उपभोक्ता असंतुष्ट हैं उनके परिसरों में चेक मीटर भी स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि दोनों मीटरों की खपत का मिलान किया जा सके। कंपनी ने कहा है कि अभी तक कंपनी कार्यक्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर कुल 07 हजार 39 चेक मीटर स्थापित किए जा चुके हैं। हालांकि जहां-जहां भी चेक मीटर लगाए गए हैं, वहां पर रीडिंग में कोई अंतर नहीं पाया गया है। सभी उपभोक्ता स्मार्ट मीटर की रीडिंग से संतुष्ट हैं। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया कि उपभोक्ताओं की मांग पर अभी तक भोपाल शहर में 3219, भोपाल ग्रामीण में 14, बैतूल में 22, नर्मदापुरम में 112, रायसेन में 70, राजगढ़ में 01, सीहोर में 1048, विदिशा में 857, अशोक नगर में 17, भिण्ड में 26, ग्वालियर शहर में 561, दतिया में 31, गुना में 844, ग्वालियर ग्रामीण में 96, हरदा में 43, मुरैना में 50, श्योपुर में 22 तथा शिवपुरी में 6 चेक मीटर लगाए गए हैं। अभी तक स्मार्ट मीटर तथा चेक मीटर की रीडिंग में शत- प्रतिशत समानता पाई गई है। कंपनी ने कहा है कि स्मार्ट मीटर में बगैर किसी मानवीय हस्तक्षेप के स्वचलित तरीके से बिजली की खपत दर्ज होती है, जिसकी जानकारी उपभोक्ता किसी भी समय मोबाइल पर उपाय (UPay) एप के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। उपभोक्ताओं के परिसर पर मीटर लगाने के पहले विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 100 प्रतिशत स्मार्ट मीटरों की एन.ए.बी.एल लैब में टेस्टिंग करवाई जा रही है। कंपनी ने कहा है कि जहाँ भी चेक मीटर लगाये गये हैं वहाँ पर उपभोक्ताओं द्वारा स्मार्ट मीटर और चेक मीटर की रीडिंग में अंतर की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। फिर भी जिन उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर की रीडिंग से शिकायत है वो स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने जोन अथवा वितरण केन्द्र में आवेदन करना होगा। हरि प्रसाद पाल / 20 अगस्त, 2025