- जिनके आंकड़ों को आधार बनाकर यात्रा की योजना बनाई, उन्होंने ही गलती मान ली है, अब देश से माफी मांगे राहुल- संजय सरावगी - राहुल, तेजस्वी आने वाले चुनाव में अपनी हार पर बोलने की पृष्ठभूमि तैयार कर रहे- संजय सरावगी - वोटर अधिकार यात्रा वालों को घुसपैठियों का नाम कटने का सता रहा डर- संजय सरावगी पटना, (ईएमएस)। बिहार के राजस्व भूमि सुधार मंत्री और भाजपा के नेता संजय सरावगी ने बुधवार को प्रदेश में विपक्षी दलों के गठबंधन द्वारा निकाली गई वोटर अधिकार यात्रा को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा यह वोटर अधिकार यात्रा नहीं, विपक्ष के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री उम्मीदवार चयन यात्रा है। पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रोहतास में जिस रेणु देवी को बुलाकर परिवार के छह सदस्यों का नाम कटने का दावा कर रहे थे, उसकी पोल 24 घंटे में खुल गई। इसके लिए राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी जिस आंकड़े को लेकर यात्रा की योजना बनाई, उस सीएसडीएस के प्रोफेसर संजय कुमार ने महाराष्ट्र चुनाव के संबंध में जारी आंकड़े के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनसे आंकड़े जारी करने में त्रुटि हुई है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अब क्या राहुल गांधी देश से माफी मांगेंगे? उन्हें इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा नेता संजय सरावगी ने कीर्ति आजाद के एक बयान को उद्धृत करते हुए कहा कि उन्होंने एक बार कहा था कि उनके पिता भागवत झा जो मुख्यमंत्री थे, वे भी बूथ कैप्चरिंग कर और बूथ लूटकर चुनाव जीतते थे। उन्होंने यात्रा की गाड़ी द्वारा एक पुलिसकर्मी के पैर कुचले जाने की चर्चा करते हुए कहा कि इसके बाद भी दोनों युवराज वाहन से नहीं उतरे। उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस की नीति वोट लो- छोड़ दो रही है। दरअसल, ये अपनी आने वाले चुनाव में निश्चित हार पर बोलने की पृष्ठभूमि बना रहे हैं। ऐसे नेताओं को याद रखना चाहिए कि लालू यादव ने मुख्य चुनाव आयुक्त टी एन शेषण को रस्सी से बांधकर खटाल में रखने की बात कही थी। आज यही लोग वोटर अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं। भारत में वोट चोरी का कारनामा कांग्रेस के राज में हुआ था। इनका इतिहास ही बूथ कैप्चरिंग, मतपत्र लूट की रही है। इनके मुंह से संविधान और लोकतंत्र बचाने की बात शोभा नहीं देती। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि दरभंगा में ऐसे करीब 600 ऐसे नाम सामने आए हैं जिनका नाम दो से तीन जगह पर हैं, जिनकी संख्या 1300 के करीब पहुंच गई। ये सभी अल्पसंख्यक समाज से हैं। ऐसे लोग ही इनके लिए मतदान करते थे। घुसपैठियों का जो नाम कट रहा है, उसका इनको डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि ये लोग जहां जीत जाते हैं, वहां सब कुछ ठीक रहता है। इनका इतिहास ही घोटाले का रहा है। जिस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष सजायाफ्ता हो, वह संवैधानिक संस्था पर सवाल उठा रहा है। यह यात्रा ही फर्जी यात्रा है। इस प्रेस वार्ता में मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल और मीडिया सह प्रभारी सूरज पांडेय उपस्थित थे। संतोष झा- २० अगस्त/२०२५/ईएमएस