20-Aug-2025


:: 9 करोड़ किताबों का होगा मुद्रण :: भोपाल/इंदौर (ईएमएस)। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने निर्देश दिए हैं कि शैक्षणिक सत्र 2026-27 के लिए छपने वाली सरकारी स्कूल की किताबें उच्च गुणवत्ता की होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मुद्रण से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं समय पर पूरी की जाएं, ताकि शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही छात्रों को किताबें मिल सकें। मंत्री सिंह ने यह बात बुधवार को मंत्रालय में पाठ्य पुस्तक निगम की गवर्निंग बॉडी की बैठक में कही। बैठक में पाठ्य पुस्तक निगम के एमडी विनय निगम ने बताया कि अगले शैक्षणिक सत्र में लगभग 9 करोड़ पाठ्य पुस्तकों की छपाई होगी। इसके लिए जल्द ही ई-टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि 10 मार्च 2026 तक सभी किताबों का मुद्रण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बैठक में बताया गया कि इस साल अप्रैल में सत्र शुरू होते ही मुफ्त किताबों का वितरण शुरू कर दिया गया था, और अब तक लगभग सभी विद्यार्थियों को किताबें मिल चुकी हैं। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि राज्य शिक्षा केंद्र सितंबर 2025 के अंत तक एनसीईआरटी और एससीईआरटी से किताबों की पांडुलिपियां पाठ्य पुस्तक निगम को उपलब्ध करा देगा। मंत्री ने इस बात पर संतोष जताया कि मध्यप्रदेश उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है, जहाँ बच्चों को शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही मुफ्त किताबें मिल जाती हैं। इसके अलावा, स्कूल शिक्षा विभाग ने बच्चों में स्थानीय भाषा के प्रति लगाव बढ़ाने के लिए एक सराहनीय पहल की है। विभाग ने बुंदेली, बघेली, मालवी, निमाड़ी, गोंडी, भीली, बारेली और कोरकू जैसी 8 स्थानीय भाषाओं में सीखने-सिखाने की सामग्री विकसित की है। प्रकाश/20 अगस्त 2025