नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने शुक्रवार को नेशनल मीट 2025 के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत की अंतरिक्ष तकनीक अब केवल वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर नागरिकों की जिंदगी में बदलाव लाने का माध्यम बन चुकी है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष तकनीक के जरिए देश में सुरक्षा, संचार, मौसम पूर्वानुमान और विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं, और यही प्रगति “विकसित भारत 2047” के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगी। नारायणन ने बताया कि आज भारत में 55 से अधिक अंतरिक्ष अनुप्रयोग सक्रिय हैं, जो टेलीविजन प्रसारण से लेकर मौसम पूर्वानुमान तक हर क्षेत्र में नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “50 साल पहले हमारे पास सैटेलाइट तकनीक नहीं थी, लेकिन आज हम विकसित देशों के बराबर खड़े हैं। हाल ही में 30 जून को नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार सैटेलाइट लॉन्च किया गया, जो दुनिया का सबसे महंगा सैटेलाइट है, और इसे इसरो ने तैयार किया और अपने रॉकेट से सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया।” उन्होंने 2025 की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि इसरो ने 29 जनवरी को अपना 100वां रॉकेट लॉन्च किया। भारत अब उन चार देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने अंतरिक्ष में दो सैटेलाइट को सफलतापूर्वक डॉक और अनडॉक किया है। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में शुभांशु शुक्ला को अंतरिक्ष में भेजा गया और आज चंद्रमा की कक्षा में सबसे उन्नत कैमरा भारत के पास है। नारायणन ने कहा कि इसरो निरंतर अपने परिचालन अनुप्रयोगों को अधिक सटीक, तेज और उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर बनाने पर काम कर रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी अहम है। उन्होंने कहा “हम विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को पूरा करने में पूरी ताकत से योगदान देंगे”। उन्होंने बताया कि 2015 से 2025 के बीच इसरो ने जितने मिशन लॉन्च किए, वे 2005 से 2015 के मुकाबले लगभग दोगुने हैं। पिछले छह महीनों में इसरो ने तीन महत्वपूर्ण मिशन पूरे किए, जिनमें प्रतिष्ठित Axiom-4 मिशन भी शामिल है। इस मिशन में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से सुरक्षित लौटने वाले पहले भारतीय बने, जो भारत की अंतरिक्ष यात्रा के लिए ऐतिहासिक क्षण है। सुबोध\२२ \०८\२०२५