स्टेट बैंक में शुरू होगा मनी एक्सचेंज लिपुलेख दर्रे से शुरू होगा कारोबार नईदिल्ली (ईएमएस)। भारत और चीन के बीच नए कारोबारी रिश्ते तय हो गए हैं। हिमालय के तीन दृरों से चीन और भारत के बीच में कारोबार होगा। सड़क मार्ग से चीन और भारत के बीच एक बार फिर व्यापार शुरू होने जा रहा है। मुद्रा का लेन देन भी भारतीय और चीन की मुद्रा में होगा। भारत तिब्बत व्यापार समिति के महासचिव दौलत रायपा ने जानकारी देते हुए कहा, सदियों से तिब्बत के साथ भारत और चीन के बीच व्यापार होता रहा है। स्थानीय मुद्रा में ही व्यापार करने की मांग हम लोग कर रहे थे। भारत सरकार ने स्टेट बैंक आफ इंडिया की ब्रांच में मनी एक्सचेंज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिसके कारण चीन और भारत के बीच में अब सड़क मार्ग से कारोबार बड़े पैमाने पर हो सकेगा। भारत से चीन बकरी,भेड़,अनाज, मसाले, गुड,मिश्री गेहूं इत्यादि का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। अंग्रेजों के शासनकाल में भी लिपुलेख दर्रे से व्यापार और तीर्थ यात्रा दोनों देशों के बीच में होती थी। भारत और चीन के बीच व्यापार का यह सड़क मार्ग व्यापारियों के लिए उपयोगी था। 5334 मीटर ऊंचाई पर सदियों से भारत नेपाल और चीन के बीच में इसी मार्ग से व्यापार होता रहा है। कैलाश मानसरोवर की यात्रा का भी यही मार्ग है। जो भारत चीन और तिब्बत को आपस में जोड़ता है। 10वीं शताब्दी से इस मार्ग से कारोबार होता चला रहा है। सांस्कृतिक एवं व्यापारिक गतिविधियां यहां पर समान रूप से देखने को मिलती है। कॉविड-19 के बाद यह मार्ग बंद कर दिया गया था। अब इसे पुन शुरू किया जा रहा है। इससे भारत और चीन के व्यापार को बढ़ाने में नई गति मिलेगी। भारतीय और चीनी मुद्रा में व्यापार होने से कारोबार भी बढ़ेगा। एसजे/ईएमएस/23/08/202