नई दिल्ली,(ईएमएस)। सेमीकॉन इंडिया 2025 कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग का भविष्य काफी उज्ज्वल है। दुनिया अब भारत पर भरोसा कर रही है और सेमीकंडक्टर उद्योग में मिलकर काम करने को तैयार है। पीएम मोदी के अनुसार, 2021 से स्वीकृत 10 सेमीकंडक्टर परियोजनाओं में 18 अरब डॉलर का निवेश किया जा रहा है। पीएम मोदी का कहना है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था पिछली सदी में तेल से बनी थी, लेकिन भविष्य चिप्स से बनेगा। भारत इस बढ़ते हुए 1 ट्रिलियन डॉलर के सेमीकंडक्टर बाजार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत का सेमीकंडक्टर उद्योग सिर्फ चिप बनाने तक सीमित नहीं है। सरकार एक ऐसा इकोसिस्टम बना रही है, जो भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी और आत्मनिर्भर बनाएगा। वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत ने अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 प्रतिशत की विकास दर हासिल की है, जो दुनिया के लिए एक उदाहरण है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सेमीकॉन इंडिया 2025 कार्यक्रम में सीधे तौर पर अमेरिका और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम लिए बिना यह स्पष्ट किया कि दुनिया भारत पर भरोसा करती है। यह बयान तब आया है जब ट्रंप प्रशासन के अधिकारी भारत पर रूसी तेल खरीदने को लेकर हमलावर हैं। मोदी का बयान ट्रंप के आरोपों का सीधा जवाब माना जा रहा है। दुनिया भारत पर भरोसा करती है पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया भारत पर विश्वास करती है और उसके साथ मिलकर सेमीकंडक्टर का भविष्य बनाने के लिए तैयार है। यह बात उन्होंने इसलिए भी कही क्योंकि इस आयोजन में 40 से 50 से अधिक देशों के सेमीकंडक्टर विशेषज्ञ मौजूद थे। उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति पर भी जोर दिया और कहा कि हाल ही में जारी जीडीपी के आंकड़े हर उम्मीद से बेहतर रहे हैं। 21वीं सदी की ताकत एक छोटी सी चिप पीएम मोदी ने बताया कि 20वीं सदी तेल से प्रभावित थी, लेकिन 21वीं सदी की ताकत एक छोटी सी चिप में सिमटी है। उन्होंने कहा कि यह चिप दुनिया की प्रगति को गति देने की ताकत रखती है। मोदी ने उम्मीद जताई कि जिस गति से भारत इस क्षेत्र में प्रगति कर रहा है, वह जल्द ही 1 ट्रिलियन डालर से अधिक के वैश्विक सेमीकंडक्टर बाजार में एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि भले ही भारत ने इस यात्रा में देर से शुरुआत की हो, लेकिन अब उसे कोई नहीं रोक सकता। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी शामिल थीं, जिन्होंने सेमीकॉन इंडिया को राष्ट्र के तकनीकी पुनर्जागरण का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उस समय भारत सेमीकंडक्टर मिशन शुरू करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया, जब पूरी दुनिया आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधानों से जूझ रही थी। सेमीकॉन इंडिया 2025 सम्मेलन का विषय बिल्डिंग द नेक्स्ट सेमीकंडक्टर पावरहाउस है। यह आयोजन इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) और वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग संघ, एसईएमआई द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। इस सम्मेलन में दुनिया भर से 20,750 से ज्यादा लोग भाग ले रहे हैं। आशीष दुबे / 2 सितंबर 2025