वॉशिंगटन,(ईएमएस)। भारत समेत कई मुल्कों के खिलाफ टैरिफ वॉर छेड़ चुके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चिंतित नजर आ रहे हैं। उन्होंनें कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट में टैरिफ को लेकर उनकी सरकार केस हार जाती है, तो अमेरिका को अन्य देशों के साथ किए व्यापार समझौते खत्म हो जाएंगे। हाल ही में अमेरिका की अपीलीय अदालत ने ट्रंप के टैरिफ के फैसले को अवैध बताया था। ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उन्होंने रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर अभी शुरुआती दौर के प्रतिबंध लगाए हैं और संकेत दिया कि उन्होंने अब तक चरण दो या चरण तीन के तहत प्रतिबंध नहीं लगाए हैं। पोलैंड के राष्ट्रपति करोल नवरोकी के साथ ओवल ऑफिस में द्विपक्षीय बैठक में भाग लेते समय ट्रंप उस समय नाराज हो गये जब उनसे एक पोलिश पत्रकार ने पूछा कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति निराशा और हताशा व्यक्त की थी, लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की। बुधवार को ट्रंप ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने टैरिफ को अवैध घोषित कर दिया, तो यूरोपीय संघ, जापान, दक्षिण कोरिया समेत अन्य देशों के साथ हुई डील को रद्द करना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार कोर्ट में केस हार गई, तो इससे अमेरिका पर काफी असर पड़ेगा। वाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट से बीते सप्ताह दिए गए कोर्ट के फैसले को रद्द करने की मांग करेंगे। ट्रंप का कहना है कि उन्हें लगता है कि उनका प्रशासन की सुप्रीम कोर्ट में जीत होगी। उन्होंने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा कि इन शुल्कों ने उन्हें बड़े व्यापारिक साझेदारों के साथ डील करने का मौका दिया है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था ने अमेरिका को एक बार फिर से बेहद अमीर बनने का मौका दिया है। ट्रंप ने भारत और ब्राजील पर सबसे ज्यादा 50 फीसदी टैरिफ लगाया है। उन्होंने कहा, हमने यूरोपीय संघ से डील की, जहां वो हमें लगभग ट्रिलियन डॉलर दे रहे हैं। और आपको पता है, वो खुश हैं। काम हो गया। ये सारी डील हो गई हैं। मुझे लगता है कि अब हमें इन्हें वापस लेना होगा। वीरेंद्र/ईएमएस/04सितंबर2025