वाराणसी (ईएमएस)। पुलिस आयुक्त वाराणसी के चोरी/लूट/नकबजनी की घटनाओ के सफल अनावरण एवं वांछित/फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपायुक्त वरुणा ज़ोन के निर्देशन में अपर पुलिस उपायुक्त वरुणा ज़ोन के पर्यवेक्षण में एवं सहायक पुलिस आयुक्त रोहनिया के कुशल नेतृत्व में अमरा चौराहा स्थित जीन पब्लिक स्कूल बिल्डिंग में पिछले कई दिनों से कुछ लोगों द्वारा असामान्य समय (रात्रि 07.00 बजे से प्रातः 03.00 बजे) पर कार्य करने व उनके द्वारा विदेशों में कॉल करके ऑनलाइन ठगी करने के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई, जिसपर थाना रोहनिया व साईबर क्राईम की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उपरोक्त कॉल सेंटर पर छापेमारी कर मौके से कुल 29 नफ़र अभियुक्तगण को 04सितम्बर,2025 को समय करीब 03.10 बजे जीन पब्लिक स्कूल अमरा चौराहा थाना रोहनिया कमि0 वाराणसी से गिरफ्तार किया गया । मौके से व जामातलाशी से घटना कारित करने मे प्रयुक्त विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (भिन्न-भिन्न ब्राण्ड के लैपटॉप, सी0पी0यू0, मॉनीटर, माउस, की-बोर्ड, हेडफोन व मोबाईल फोन) व 07 अदद कूटरचित आधार कार्ड बरामद हुए । उक्त गिरफ्तारी व बरादमगी के आधार पर थाना रोहनिया पुलिस द्वारा आई0टी0 एक्ट अंतर्गत मुक़दमा पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है । अभियुक्त कौशलेन्द्र तिवारी (कॉल सेंटर संचालक) व अन्य अभियुक्तगण द्वारा पूछताछ करने पर बताया गया कि हम लोगों द्वारा एक बाहरी कम्पनी से कालिंग पोर्टल खरीद लिया जाता है जिसपर लॉगिन करने के पश्चात हमें विदेशी नागरिकों के मोबाइल नं0 प्राप्त होते हैं । पुनः उसी पोर्टल के माध्यम से हम लोग उन्हीं विदेशी नागरिकों के मोबाइल नम्बरों पर आई0वी0आर0 काल जनरेट करते हैं जो कि अमेजन, फ्लिपकार्ट आदि प्लेटफार्म पर की गयी परचेजिंग व उसके डिलेवरी के कन्फर्मेशन से सम्बन्धित होती है । चूंकि यह आई0वी0आर0 काल फर्जी होती है इसलिये विदेशी नागरिक इन प्रोडक्ट को लेने से पहले इन्कार कर देते हैं । फिर हमारे ऑफिस में बैठे डायलर द्वारा इनसे फोन पर वार्ता कर तमाम प्रकार का झांसा जैसे पार्सल में ड्रग्स, चाइल्ड पोर्नाग्राफी कन्टेन्ट आदि दिया जाता है तब जा कर यह लोग हम लोगों के झाँसे में आ जाते हैं । फिर डायलर द्वारा यह काल हमारे ऑफिस में बैठे एक अन्य व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया जाता है और उसके द्वारा इन विदेशी नागरिकों के बैंक से सम्बन्धित सभी एकाउन्ट आदि की जानकारी ले ली जाती है । पुनः उस व्यक्ति द्वारा यह काल हमारे ही ऑफिस में बैठे तथाकथित लीगल अथॉरिटी/क्लोज़र के पास ट्रांसफर की जाती है । इस क्लोज़र के द्वारा विदेशी नागरिकों से पुलिस बनकर बात की जाती है एवं तमाम बातों का हवाला देते हुये उनका पैसा बिट कॉइन मशीन व तमाम प्रकार के गिफ्ट कार्ड आदि के माध्यम से पैसों को ले लिया जाता है तथा इन प्राप्त पैसों को विभिन्न प्लेटफॉर्म के माध्यम से हमारे द्वारा अपने पास मंगा लिया जाता है । डायलर को उनको दिये गये लैपटाप में जो स्क्रिप्ट लिखी होती है वह उसी को पढ़कर इन विदेशी नागरिकों से बात करते हैं । हम सभी लोग अपनी पहचान छुपाने हेतु फर्जी व कुटरचित आधार कार्ड भी बना रखे हैं, जिससे कोई हम लोगों की सही पहचान न कर सके । अभियुक्तों के पास से कुल 24 अदद विभिन्न कम्पनियों के मोबाईल फोन, 45 अदद विभिन्न कम्पनियों के लैपटॉप, 40 अदद भिन्न-भिन्न ब्राण्ड के सी0पी0यू0, 42 अदद भिन्न-भिन्न ब्राण्ड के मॉनीटर, 30 अदद भिन्न भिन्न ब्राण्ड के माउस, 40 अदद भिन्न भिन्न ब्राण्ड के की-बोर्ड, 55 अदद भिन्न भिन्न ब्राण्ड के यू0एस0बी0 हेडफोन, केबिल व 07 अदद कूटरचित आधार कार्ड बरामद हुए हैं। डॉ नरसिंह राम/ईएमएस/04/09/2025