वाशिंगटन,(ईएमएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रक्षा मंत्रालय यानी पेंटागन का नाम बदलने का बड़ा ऐलान किया है। ट्रंप का कहना है कि अब यह केवल ‘डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस’ नहीं, बल्कि ‘डिपार्टमेंट ऑफ वॉर’ यानी युद्ध का विभाग नाम से भी जाना जाएगा। इसके लिए वह शुक्रवार को एक एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं। इस आदेश के बाद मौजूदा रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ को भी आधिकारिक तौर पर सेक्रेटरी ऑफ वॉर कहा जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अमेरिका ने दोनों विश्व युद्धों में ‘वार डिपार्टमेंट’ के नाम से ही ‘अविश्वसनीय जीत’ दर्ज की थी। इसी इतिहास को देखते हुए अब फिर वही नाम वापिस लाया जा रहा है। ट्रंप और रक्षा मंत्री हेगसेथ का तर्क है कि अब समय आ गया है जब रक्षा विभाग का फोकस फिर से युद्धक क्षमता और ‘वारियर एथोस’ (योद्धा संस्कृति) पर होना चाहिए। कानून के अनुसार किसी भी कार्यकारी विभाग का नाम बदलने का अधिकार अमेरिकी संसद यानी कांग्रेस के पास है। इसलिए अगर पेंटागन का आधिकारिक नाम बदलना है तो इसके लिए कांग्रेस की मंजूरी जरूरी होगी। हालांकि, ट्रंप का दावा है कि उन्हें कांग्रेस से विरोध की उम्मीद नहीं है। उन्होंने पिछले हफ्ते कहा था- अगर जरूरत पड़ी तो मुझे पूरा भरोसा है कि कांग्रेस इस फैसले के साथ खड़ी होगी।’ बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के आदेश का ड्राफ्ट कहता है- युद्ध विभाग नाम रक्षा विभाग की तुलना में ज्यादा मजबूत और युद्धक संदेश देता है। सत्ता में आने के बाद से ही ट्रंप कई चीजों का नाम बदल चुके हैं। इनमें गल्फ ऑफ मैक्सिको को वह गल्फ ऑफ अमेरिका कह चुके हैं।अमेरिकी सेना की देखरेख करने वाला पेंटागन दरअसल पहले से ही ‘वार डिपार्टमेंट’ के नाम से जाना जाता था। इसकी स्थापना साल 1789 में एक कैबिनेट लेवल एजेंसी के तौर पर हुई थी और यह 1947 तक अस्तित्व में रहा। इसके बाद नाम बदलकर ‘डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस’ कर दिया गया। 78 साल पुराना फैसला वह पलट देंगे। ट्रंप का मानना है कि ‘डिपार्टमेंट ऑफ वॉर’ नाम कहीं ज्यादा ताकतवर संदेश देता है और अमेरिका की युद्ध क्षमता व संकल्प को दिखाता है। वीरेंद्र/ईएमएस 06 सितंबर 2025