राज्य
06-Sep-2025
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-6 घाटों पर क्रेन से बड़ी मूर्तियों का विसर्जन; 33 जगहों पर कुंड-स्टॉल बने भोपाल (ईएमएस)। अनंत चतुर्दशी पर शनिवार सुबह से गणपति बप्पा की विदाई का क्रम शुरू हो गया। भक्तों ने नम आंखों से अंतिम आरती और दर्शन कर बप्पा का भारी मन से विसर्जन किया। नगर निगम ने भी प्रतिमाएं विसर्जित करने के लिए एकत्रित की। पौ फटते ही गणपति बप्पा मोर्या, अगले बरस तू जल्दी के जयकारों के साथ विघ्नहर्ता मंगलकर्ता भगवान श्रीगणेश की विदाई घरों के साथ सार्वजनिक गणेशोत्सव पंडालों में दी जाने लगी। घरों में सभी ने सपरिवार बप्पा की अंतिम आरती की। बप्पा के जाने से बच्चे सर्वाधिक दु:खी नजर आए। वहीं प्रतिमाओं के विसर्जन की शोभायात्रा युवाओं ने बाजे-गाजे के साथ निकाली और गजानन को विदा किया। सभी के चेहरे पर खुशी के साथ बप्पा की विदाई का गम भी था। कई लोगों की आंखें तो बप्पा को जल में विसर्जित करते समय नम हो गईं। भोपाल के 6 बड़े घाटों पर शनिवार सुबह से ही गणेश मूर्तियों का विसर्जन शुरू हो गया है। बड़ी मूर्तियों को क्रेन और छोटी को कुंड में विसर्जित किया जा रहा है। वहीं, शहर में कुल 33 जगहों पर कुंड और स्टॉल बने हैं। जहां लोग ढोल-ढमाकों के साथ बप्पा को विदाई दे रहे हैं। देर रात तक मूर्तियों का विसर्जन चला। यहां सीसीटीवी कैमरे रहेंगे तो गोताखोर और पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात किए गए हैं। डोल ग्यारस (एकादशी) से निगम, प्रशासन और पुलिस अमला घाटों पर तैनात हो गया था, जो 8 सितंबर तक रहेगा। पूर्व में हुए हादसों को देखते हुए पानी में उतरकर मूर्ति विसर्जित करने की मनाही रहेगी। बड़ी मूर्तियों के लिए सभी घाटों पर क्रेन मौजूद है। पूजा-अर्चना के बाद लोग क्रेन पर मूर्ति रख रहे हैं, फिर तालाब में विसर्जित किया जा रहा है। छोटी मूर्तियों के लिए यहीं पर कुंड भी बने हैं। पिछले दो दिन से मूर्तियों का विसर्जन हो रहा है, लेकिन शनिवार को लाखों मूर्तियां विसर्जित होंगी। वार्ड-जोन स्तर पर विसर्जन कुंड भी बने विसर्जन घाटों पर भीड़ कम से कम हो, इसके लिए नगर निगम की ओर से बड़े घाट के रूटों पर वार्ड और जोन स्तर पर जगह-जगह विसर्जन कुंड बनाए हैं। इसके लिए अलग-अलग इलाकों के प्रमुख तिराहे और चौराहों समेत मुख्य रूट पर 100 से ज्यादा विसर्जन कुंड बने हैं। यहां भी छोटी मूर्तियों के विसर्जन की व्यवस्थाएं की गई हैं। इस दौरान लोगों की धार्मिक भावनाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है। वहीं खटलापुरा, प्रेमपुरा, संत हिरदाराम नगर बैरागढ़, हथाईखेड़ा डैम, शाहपुरा एवं आर्च ब्रिज के घाट पर मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा है। लोग पूजा के दौरान निकलने वाली निर्माल्य सामग्री (फल, फूल, नारियल आदि) को पानी में प्रवाहित नहीं करेंगे। विसर्जन घाटों पर ही अलग से व्यवस्था है। निगमकर्मी इन्हें घाटों पर ही इकट्ठा कर रहे हैं। करीब 60 टन निर्माल्य निकलने का अनुमान है। फूल-मालाओं से जैविक खाद बनाई जाएगी। इन घाटों पर पिछले दो दिन से पूजन सामग्री इक_ा की जा रही है। निकला सामूहिक जुलूस, देर रात पहुंचेगा हिंदू उत्सव समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि शाम 7 बजे से सेंट्रल लाइब्रेरी के पास से सामूहिक विसर्जन जुलूस शुरू हुआ, जो इतवारा, मंगलवारा, हनुमानगंज, जनकपुरी, सिंधी मार्केट, सोमवारा होते हुए कमलापति घाट पहुंचेगा। जुलूस में करीब 200 झांकियां शामिल हुई हैं।