राष्ट्रीय
08-Sep-2025
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-मणिकम ने फैसले को हास्यास्पद बताया, कहा- ट्राई बीजेपी का आईटी सेल बन गया मुंबई,(ईएमएस)। कांग्रेस के आरोप पर कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने महाराष्ट्र में उसके कार्यकर्ताओं को एसएमएस भेजने के उसके आवेदन को खारिज कर दिया है, दूरसंचार नियामक ने कहा है कि उसे ऐसा कोई आवेदन नहीं मिला है। ट्राई ने कहा कि उसने व्यक्तिगत एसएमएस टेम्प्लेट को मंज़ूरी नहीं दी थी। ट्राई ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि ऐसा लगता है कि आवेदन किसी एक सेवा प्रदाता को भेजा गया था जिसने उसे अस्वीकार कर दिया। ट्राई इस प्रक्रिया में शामिल नहीं था। वास्तव में ट्राई व्यक्तिगत संदेश टेम्प्लेट के अनुमोदन से संबंधित नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को कांग्रेस डेटा एनालिटिक्स विभाग के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा कि ट्राई द्वारा कांग्रेस को संदेश भेजने से इनकार करना गृह मंत्रालय, चुनाव आयोग और दूरसंचार नियामक के बीच सूचनाओं को दबाने के लिए पूर्ण समन्वय को दर्शाता है। उन्होंने एक्स पर पूछा कि क्या महाराष्ट्र चुनाव में धोखाधड़ी के लिए सरकार के कई अंगों द्वारा सूचनाओं को दबाने और छिपाने के ऐसे समन्वित प्रयासों से ज्यादा स्पष्ट संकेत चाहिए? उन्होंने दावा किया था कि एसएमएस भेजने के लिए आवेदन तय प्रक्रिया के मुताबिक ट्राई के पास भेजा गया था और उन्होंने कांग्रेस के आवेदन को अस्वीकार करने के बारे में अधिकारियों द्वारा भेजे गए संदेश का स्क्रीनशॉट साझा किया था। कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने ट्राई के फैसले को हास्यास्पद बताया और कहा कि ट्राई बीजेपी का आईटी सेल बन गया है। उन्होंने पूछा कि इस सेंसरशिप श्रृंखला को कौन नियंत्रित करता है? अमित शाह, अश्विनी वैष्णव या ज्ञानेश्वर कुमार। गृह मंत्रालय निगरानी कर रहा है। रेलवे, दूरसंचार मंत्रालय संचार पर रोक लगा रहा है। चुनाव आयोग मूकदर्शक बना है। महाराष्ट्र 2024 के घोटाले का सच छिपाने के लिए एक समन्वित मशीन। अमित शाह, अगर महाराष्ट्र चुनाव में वोट चोरी नहीं हुए थे, तो आप एक यूट्यूब लिंक से इतना क्यों डरते हैं। सिराज/ईएमएस 08सितंबर25