-मोदी ने किया मौरीशस के पीएम रामगुलाम का स्वागत वाराणसी,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे, जहां उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का स्वागत किया। चार घंटे के इस दौरे में पीएम मोदी ने रोड शो किया इस दौरान काशीवासियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। ताज होटल के पास मोदी का फूलों से भव्य स्वागत किया गया और पूरे रास्ते हर-हर महादेव और मोदी-मोदी के नारे लगाए गए। हवाई अड्डे पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। एयरपोर्ट से लेकर ताज होटल तक लोगों ने पीएम मोदी का फूलों से स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से पहले ही वाराणसी की सड़कों को बड़े-बड़े पोस्टरों और बैनरों से सजाया गया था। भाजपा कार्यकर्ताओं ने “मोदी-मोदी” और “हर-हर महादेव” के जयकारों से माहौल को जोश से भर दिया। महिला कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा की और ढोल-नगाड़ों के साथ पारंपरिक स्वागत किया। भाजपा नेताओं ने बताया कि यह प्रधानमंत्री मोदी का 2014 के बाद काशी का 52वां दौरा है। यहां बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम के बीच वार्ता वाराणसी में ही हो रही है। डॉ. रामगुलाम तीन दिन काशी में रहेंगे। तय कार्यक्रम के तहत मॉरीशस के प्रधानमंत्री शुक्रवार सुबह बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे। वार्ता के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल काशी की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित विशेष कार्यक्रम भी देखेंगे। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात को भारत-मॉरीशस के बीच स्थायी सभ्यतागत और आध्यात्मिक रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। बैठक में द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा होगी। इसमें खासतौर पर विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और नीली अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और बुनियादी ढांचे जैसे पारंपरिक क्षेत्रों में भी संबंधों को और सुदृढ़ करने पर सहमति बनने की संभावना है। इससे पहले पीएम मोदी के काशी पहुंचने पर भाजपा नेता और एमएलसी धर्मेंद्र राय ने भोजपुरी गीत गाकर उनका अभिनंदन किया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक प्रधानमंत्री मोदी की मार्च 2025 में हुई मॉरीशस यात्रा के बाद की सकारात्मक गति को आगे बढ़ाएगी। उसी यात्रा में दोनों देशों ने अपने संबंधों को ‘संवर्धित रणनीतिक साझेदारी’ तक विस्तारित किया था। हिंद महासागर क्षेत्र में करीबी समुद्री पड़ोसी होने के कारण मॉरीशस भारत का अहम साझेदार है। दोनों देशों के बीच मजबूत होती साझेदारी न केवल द्विपक्षीय समृद्धि बल्कि ग्लोबल साउथ की सामूहिक आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में भी निर्णायक भूमिका निभा सकती है। हिदायत/ईएमएस 11सितंबर25