नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने माना है कि जिंदगी के खराब दौर में उनके अंदर खुदकुशी तक का ख्याल आया था पर बाद में उन्हें लगा कि क्रिकेट ने उन्हें इतना कुछ दिया है। इसलिए उन्होंने वो विचार छोड़ दिया। इस तेज गेंदबाज ने कहा, सोचा जरूर पर हुआ नहीं, ये शुक्र है वरना विश्व कप नहीं खेल पाता। जब जिंदगी समाप्त करने का विचार आया तभी ये भी लगा कि जिस चीज ने मुझे इतना नाम और पैसा दिया है, जिस चीज के लिए मीडिया मेरे पीछे है, उसको छोड़ अंत करना ठीक नहीं है। मुझे प्रशंसकों का प्यार याद आया। सोचा चलो इसको छोड़ा, चलो गेम में लगते हैं फिर से शमी पर उनकी पूर्व पत्नी हसीन जहां ने घरेलू हिंसा के आरोप लगाये थे। इसके बाद से ही वह परेशान थे। घरेलू हिंसा के आरोप के बाद सोशल मीडिया पर उनके बारे में कही गई अपमानजनक बातों के बारे में पूछे जाने पर शमी ने जवाब दिया, बुरी बातें कही जाती हैं, लेकिन आजकल उन बातों के बारे में भी बात की जाती है जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं है। मुझे सबसे ज़्यादा इसी से डर लगता है। हसीन जहां ने 2018 में शमी पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था। उन्होंने अदालत में एक याचिका दायर कर शमी और उनके परिवार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। शमी ने इस सब से उबरते हुए खेल में वापसी की। चैंपियंस ट्रॉफी अभियान में शमी जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण की कमान संभाल रहे थे। वह भारत के लिए संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे, उन्होंने 5 मैचों में 9 विकेट लिए। चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद शमी चोटिल होने के कारण खेल से दूर हो गये। अब उनके वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सफेद गेंद की सीरीज से वापसी की उम्मीद है। गिरजा/ईएमएस 15 सितंबर 2025