नई दिल्ली (ईएमएस)। ब्लड प्रेशर बढ़ने का सबसे बड़ा कारण असंतुलित खान-पान, शारीरिक गतिविधियों की कमी और रोजमर्रा की कुछ साधारण लेकिन हानिकारक आदतें हैं, जिन्हें लोग अक्सर अनदेखा कर देते हैं। चिकित्सकों का मानना है कि सुबह का नाश्ता छोड़ना ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली सबसे आम गलतियों में से एक है। नाश्ता शरीर को ऊर्जा देने के साथ मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करता है। जब इसे छोड़ दिया जाता है तो ब्लड शुगर का स्तर असंतुलित हो जाता है और यह स्थिति धीरे-धीरे रक्तचाप को प्रभावित करती है। इसी तरह, बार-बार दर्दनिवारक दवाओं का सेवन करना भी नुकसानदायक है। पेनकिलर दवाएं लंबे समय तक लेने से किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाती है और शरीर में जल प्रतिधारण बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर का स्तर नियंत्रण से बाहर जा सकता है। तनाव और शोरगुल से भरा वातावरण भी हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का एक बड़ा कारण है। लगातार शोर में रहने से शरीर में तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है और यह सीधे रक्तचाप को प्रभावित करता है। इसके अलावा पेशाब रोककर रखना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ऐसा करने से न केवल किडनी पर दबाव पड़ता है बल्कि यह ब्लड प्रेशर को भी बढ़ा सकता है। डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी भी ब्लड प्रेशर पर नकारात्मक असर डालती है। जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलता तो खून गाढ़ा हो जाता है और दिल को उसे पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। यही वजह है कि दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है। वहीं नींद की कमी या ज्यादा सोना भी ब्लड प्रेशर असंतुलित करने में अहम भूमिका निभाता है। विशेषज्ञों के अनुसार रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेना सबसे संतुलित माना जाता है। इससे शरीर की जैविक घड़ी ठीक रहती है और तनाव हार्मोन का स्तर नियंत्रित रहता है। हाई ब्लड प्रेशर का खतरा लंबे समय तक अनदेखा करने पर कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है। इनमें दिल का दौरा, स्ट्रोक, किडनी फेल होना और आंखों की रोशनी पर असर शामिल हैं। यही वजह है कि विशेषज्ञ लगातार जीवनशैली सुधारने पर जोर देते हैं। पौष्टिक नाश्ता करना, पर्याप्त पानी पीना, शांत माहौल में रहना, अनावश्यक दवाओं से बचना, पेशाब रोककर न रखना और नियमित व्यायाम करना ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने के आसान उपाय हैं। इसके साथ ही नमक और तैलीय भोजन का सेवन कम करना और तनाव से दूरी बनाए रखना भी उतना ही जरूरी है। विशेषज्ञ कहते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर किसी भी उम्र में किसी को प्रभावित कर सकता है और इसकी रोकथाम का सबसे आसान उपाय है समय पर जांच और सही जीवनशैली अपनाना। इसलिए यदि चक्कर आना, सिरदर्द, धड़कन तेज होना या थकान जैसी समस्याएं बार-बार सामने आएं तो इन्हें नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। समय पर सावधानी बरतने से इस बीमारी से बचाव संभव है और स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। बता दें कि हाई ब्लड प्रेशर आज की व्यस्त और तनावपूर्ण जीवनशैली की सबसे आम बीमारियों में से एक बन चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार यह रोग अक्सर धीरे-धीरे विकसित होता है और जब तक इसके लक्षण गंभीर रूप में सामने नहीं आते, तब तक लोग इसे नजरअंदाज करते रहते हैं। सुदामा/ईएमएस 16 सितंबर 2025