राष्ट्रीय
16-Sep-2025


आईसीयू में गंभीर मरीजों को बचाना मुश्किल काम भोपाल (ईएमएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आधुनिक चिकित्सा चुनौतियों और समाधान को लेकर राष्ट्रीय चिकित्सा सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में डॉक्टरों ने भविष्य में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान को लेकर चर्चा की। एलएन मेडिकल कॉलेज के विभाग अध्यक्ष डॉ डीपी सिंह का कहना था। आईसीयू में भर्ती गंभीर मरीजों को बचा पाना इस समय सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा की नई एंटीबायोटिक, महंगी दवाई भी मरीजों पर असर नहीं कर रही हैं। जिसके कारण डॉक्टरों की आईसीयू की सारी मेहनत बेकार हो जाती है। दवाइयां असर नहीं करने पर आईसीयू का पूरा सुरक्षा सिस्टम ही बेकार साबित हो जाता है। डॉक्टर सिंह का कहना था की एंटीबायोटिक का बार-बार इस्तेमाल सबसे खतरनाक स्थिति को पैदा कर रहा है। इलाज में अनुशासन तथा एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग की पॉलिसी को सख्ती के साथ लागू करने की जरूरत है। अगर एंटीबायोटिक दवाओँ के सही उपयोग की ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो गंभीर बीमारी में मरीज की जान को बचा पाना काफी मुश्किल होगा। इस सम्मेलन में डॉक्टरों ने दूसरी सबसे बड़ी चिंता विटामिन और मिनरल्स को लेकर व्यक्त की। डॉक्टरों का कहना था, सब्जियों और फलों में जो पोषक तत्व और विटामिन होने चाहिए। वह वर्तमान में उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। जिसके कारण लोगों को दवाओं के ऊपर निर्भर होना पड़ रहा है। यह एक खतरनाक स्थिति है, इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है। एसजे/ 16‎ सितम्बर /2025