बाइडेन प्रशासन पर फोड़ा ठीकरा, कहा-आरोपी क्यूबा भेज देते तो यह हत्या नहीं होती वाशिंगटन,(ईएमएस)। अमेरिका में भारतीय मूल के एक व्यक्ति की पत्नी और बच्चे के सामने गला काटकर नृशंस हत्या की निंदा अमेरिकी राष्ट्रपति भी कर चुके हैं, लेकिन ट्रंप प्रशासन हत्या की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने हत्यारे को राक्षस बताते हुए कहा कि इस अपराध को रोका जा सकता था। इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने ठीकरा पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के सिर पर फोड़ दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि अगर बाइडेन प्रशासन में ही आरोपी क्यूबा के नागरिक कोबोस मार्टिनेज को वापस उसके देश भेज दिया गया होता तो आज यह अपराध नहीं होता। आरोपी कोबोस ने 50 साल के भारतीय मूल के एक होटल मैनेजर नागामलैया की हत्या कर दी थी। उसने नागामलैया की पत्नी और बच्चे के सामने ही सिर धड़ से अलग कर दिया। इतना ही नहीं आरोपी ने सिर को लात मारी और फिर उसे उठाकर कूड़ेदान में फेंक दिया था। जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच वॉशिंग मशीन को लेकर बहस हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि आरोपी हत्याकर गर्दन पर तब तक वार करता रहा जब तक कि सिर धड़ से अलग नहीं हो गया। घटना के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। क्यूबा के नागरिक कोबोस को पहले भी चोरी और बच्चों के शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका था। हालांकि जब उसे क्यूबा वापस भेजने की बात उठी तो उसे जेल से ही छोड़ दिया गया। बाइडेन प्रशासन ने कहा कि उसे वापस भेजने के लिए क्यूबा कि पर्याप्त उड़ानें नहीं हैं। अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने कहा कि वह अपराधी आज हमारे देश में ना होता तो यह हत्या ही ना होती। क्यूबा ने आरोपी को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था क्योंकि वह ऐसे अपराधी को अपने देश लाना नहीं चाहते। वहीं जो बाइडेन प्रशासन ने ढील दी और उसे जेल से छोड़ दिया गया। बता दें भारतीय मूल के शख्स की हत्या को लेकर ट्रंप ने भी कहा था कि अब अवैध प्रवासियों पर नरमी के दिन लद गए हैं। सिराज/ईएमएस 16सितंबर25 ------------------------------------