30 फीसदी तक इजाफ हो सकता हैं सामनों की कीमतों में वारसॉ (ईएमएस)। पोलैंड ने सुरक्षा को ध्यान रखकर बेलारूस के साथ अपनी सीमा को पूरी तरह बंद कर दी है, जिससे चीन से यूरोप आने वाली प्रमुख रेल फ्रेट लाइन बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। अगर ये हालात लंबे समय तक रहे तब आने वाले दिनों में यूरोप में कीमतों में 30 फीसदी तक इजाफ हो सकता है। वहीं, पोलैंड ने कहा कि सीमा बंदी तब तक रहेगी, जब तक सुरक्षा खतरा कम न हो। दरअसल पोलैंड ने 12 सितंबर को बेलारूस के साथ अपनी पूरी सीमा बंद कर दी है। यह फैसला रूस-बेलारूस के संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘जापाड 2025 को देखकर लिया गया है। इसके पहले रूसी ड्रोन ने पोलैंड के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की थी। पोलैंड के इस फैसले से चीन-यूरोप रेल लाइन प्रभावित हुई है। साथ ही कार और ट्रक क्रॉसिंग पूरी तरह से ठप हो गई है। पोलैंड द्वारा बेलारूस सीमा बंद होने से चीन-यूरोप रेल लाइन के महत्व का अंदाजा इससे लग सकता है कि इसके माध्यम से सालाना 25 अरब यूरो का व्यापार होता है। यूरोप के लोगों को चीन से ऑर्डर किए सामान मिलने में देरी का सामना करना पड़ रहा है। इसी रूट से चीन से जर्मनी, नीदरलैंड्स और बेल्जियम तक कंटेनर ट्रेन चलाती है। चीन रेल लाइन से 3.7 प्रतिशत व्यापार करता है। अगर रेल लाइन बंद रहती है, तब पार्सल समुद्री या हवाई मार्ग से भेजे जाएंगे, जिससे लागत 30 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। इस तरह यूरोप के देशों में और महंगाई आ सकती है। रूस ने पोलैंड से बेलारूस के साथ सीमा बंद करने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कह दिया। उसका कहना है कि यह क्षेत्रीय स्थिरता और व्यापार के लिए गंभीर परिणाम दे सकता है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पोलैंड के इस कदम का उद्देश्य यूरोप में तनाव बढ़ाना है और इससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को नुकसान होगा। चीन ने पोलैंड पर सीमा जल्द खोलने को कहा है। चीन ने कहा कि चीन-यूरोप रेलवे एक्सप्रेस पोलैंड और ईयू के सहयोग का प्रमुख प्रोजेक्ट है। आशीष दुबे / 16 सिंतबर 2025