क्षेत्रीय
16-Sep-2025
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हिन्दी जीवन और प्रगति से जुड़ी भाषा- श्याम प्रकाश शर्मा बस्ती (ईएमएस)। हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम प्रकाश शर्मा के संयोजन में आई.टी.आई. मुख्य द्वार के निकट वरिष्ठ साहित्यकार 93 वर्षीय भद्रसेन सिंह बंधु का फूल मालाओं के साथ हिन्दी सेवी के रूप में स्वागत किया गया। इसी कड़ी में हिन्दी दिवस पर हुई संगोष्ठी में प्रोफेसर रघुवंशमणि त्रिपाठी ने कहा कि दुनियां में हिन्दी भाषियों की संख्या लगातार बढ रही है, ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में भी हिन्दी में पुस्तकें आ रही है, यह हिन्दी के लिये शुभ संकेत है। वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि भारत सहित दुनियां के कई विश्वविद्यालयोें मंें हिन्दी पढाई जा रही है। अब इस विकास यात्रा के समक्ष देवनागरी लिपि को सहेजने की बड़ी चुनौती है। वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के अध्यक्ष बी.एन. शुक्ल ने कहा कि हिन्दी रोजी रोटी की भाषा बन चुकी है और जिन्हें हम गरीब मानते हैं ऐसे लोगों ने हिन्दी को दुनियां भर में सहेजे रखा है। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ ने कविता के माध्यम से हिन्दी की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला। कहा कि पूरा देश हिन्दी को समझता है। 92 वर्षीय भद्रसेन सिंह बंधु ने कहा कि हिन्दी की इस विकास यात्रा के पीछे अनेक लोगों का जो योगदान है उसे सहेजे रखना होगा। गोष्ठी के बाद आयोजित कवि सम्मेलन में डा. राम कृष्ण लाल ‘जगमग’ सागर गोरखपुरी, पेशकार मिश्र, डा. राजेन्द्र सिंह राही, अजीत श्रीवास्तव, अफजल हुसेन अफजल, डा. वीरेन्द्र त्रिपाठी, शाद अहमद शाद, दीपक सिंह प्रेमी, तौव्वाब अली, अर्चना श्रीवास्तव, परमात्मा प्रसाद निर्दोष आदि ने कविताओं के माध्यम से हिन्दी की विकास यात्रा को रेखांकित किया। मुख्य रूप से साधू शरण शुक्ल, प्रदीप श्रीवास्तव, कृष्ण चन्द्र पाण्डेय, नन्दलाल चौधरी, राकेश सिंह, सामईन फारूकी आदि शामिल रहे। .../ 16‎ सितम्बर /2025