मनोरंजन
17-Sep-2025
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मुंबई (ईएमएस)। बॉलीवुड के मशहूर विलेन गुलशन ग्रोवर आज जिस मुकाम पर है उनको इस मुकाम तक पहुंचने की उनकी कहानी बेहद प्रेरणादायक है। बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्में राम लखन, मोहरा, करण अर्जुन, जीत और त्रिदेव जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम कर चुके गुलशन ग्रोवर ने अपने करियर की शुरुआत बेहद छोटे और साधारण किरदारों से की थी। उनकी ऑटोबायोग्राफी इस सफर की दिलचस्प झलक पेश करती है। गुलशन ग्रोवर का पहला अभिनय अनुभव दिल्ली के बाहरी इलाकों में होने वाली रामलीला से जुड़ा है। महज 5 साल की उम्र में उन्होंने रामलीला में वानर सेना का हिस्सा बनकर स्टेज पर कदम रखा था। उस वक्त उन्होंने अपनी मां की चुन्नी से वानर की पोशाक बनाई थी। इस रोल के बदले उन्हें एक गिलास दूध और कुछ केले सैलरी के तौर पर मिले थे। यह छोटी-सी शुरुआत आगे चलकर उन्हें अभिनय की दुनिया की ओर ले गई। रामलीला कमेटियों को उनका काम इतना पसंद आया कि धीरे-धीरे उन्हें और बड़े किरदार मिलने लगे। छोटे-छोटे रोल निभाते हुए ही उनके अंदर एक्टिंग का जुनून और गहराता गया। यही जुनून उन्हें मुंबई खींच लाया, जहां उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा और जल्द ही अपने निगेटिव रोल्स से अलग पहचान बना ली। उनकी परफॉर्मेंस इतनी दमदार रही कि इंडस्ट्री और दर्शकों ने उन्हें ‘बैडमैन’ का खिताब दे दिया। गुलशन ग्रोवर के काम और समर्पण के बड़े प्रशंसक फिल्ममेकर महेश भट्ट भी रहे हैं। महेश भट्ट ने एक किस्सा साझा किया था कि कैसे एक बार सुबह 5:30 बजे गुलशन ग्रोवर ने उन्हें मैसेज भेजा कि उन्होंने सड़क 2 की स्क्रिप्ट पूरी पढ़ ली है और फिल्म का हिस्सा बनने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। यह स्क्रिप्ट उन्हें महज 10 घंटे पहले ही दी गई थी। महेश भट्ट इस बात से बेहद प्रभावित हुए कि कामयाबी हासिल करने के बाद भी गुलशन ग्रोवर आज भी नए कलाकार की तरह जिज्ञासा और मेहनत से काम करते हैं। सुदामा/ईएमएस 17 सितंबर 2025