नई दिल्ली,(ईएमएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को हैदराबाद मुक्ति दिवस समारोह में शिरकत की। जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को दो टूक अंदाज में संदेश देते हुए कहा कि जब बातचीत विफल हो जाती है यानी उससे कोई समाधान नहीं निकलता है। तब हम कठोर शक्ति का रास्ता अपनाते हैं। ऑपरेशन सिंदूर, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और उसके बाद 2019 में की गई बालाकोट एयरस्ट्राइक इसके महत्वपूर्ण प्रमाण के रूप में हमारे सामने है। जिससे ये साफ हो जाता है कि आज भारत किसी के निर्देश पर नहीं चलता बल्कि वो अपनी पटकथा खुद लिखता है। यह सैन्य अभियान भारत की कमजोरी नहीं बल्कि उसके धैर्य और ताकत की मिसाल हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मजबूत, दृढ़ और नया भारत जहां एक ओर संवाद में विश्वास रखता है। वहीं, वह उन लोगों को भी करारा जवाब देना भी जानता है जो शांति और सद्भावना की भाषा नहीं समझते हैं। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर रक्षा मंत्री के भाषण को मीडिया से साझा किया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म को आधार बनाकर 26 निर्दोष लोगों की हत्या की थी। जिसका जवाब हमारी सशस्त्र सेनाओं ने अपने कर्म को आधार बनाकर ऑपरेशन सिंदूर अभियान के जरिए दिया। पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकियों को मार गिराया गया और उनके ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। राजनाथ ने दोहराते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। यह फिलहाल स्थगित है। सीमापार से कोई और आतंकवादी गतिविधि होने की स्थिति में इसे फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत ने अपने इस सैन्य अभियान के दौरान संघर्षविराम को लेकर किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को अस्वीकार कर दिया था। साथ ही कहा था कि कोई भी तीसरा पक्ष भारत के आंतरिक मामलों में दखल नहीं दे सकता है। राजनाथ सिंह ने उत्तर और दक्षिण को एकजुट करने में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमिका की सराहना की। उन्होंने हैदराबाद मुक्ति दिवस और पीएम मोदी के जन्मदिन के एक ही दिन पर पड़ने के अवसर पर कहा कि सरदार पटेल की तरह ही हमारे प्रधानमंत्री भी देश को सांस्कृतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं। भारत में बदलाव का श्रेय प्रधानमंत्री को देते हुए रक्षा मंत्री ने विश्वास जताया कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से 1948 में रजाकारों की साजिश नाकाम हो गई थी। उसी तरह से आज पाक प्रायोजित आतंकवाद और उसके एजेंट नाकाम हो गए हैं। भारत ने पुन: ऑपरेशन सिंदूर के जरिए करारा जवाब दिया है। जिसके जरिए हमने ये साबित कर दिया है कि भारत की एकता और सांस्कृतिक विविधता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। वीरेंद्र/ईएमएस/18सितंबर2025 -----------------------------------