ढाका,(ईएमएस)। लंदन के ट्राफलगर स्क्वायर पर हजारों ब्रिटिश-बांग्लादेशी और प्रवासी लोगों ने यूनुस सरकार के खिलाफ ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। ‘जय बांग्ला’ के नारों और लोकतांत्रिक अधिकारों की मांग ने माहौल गरमा दिया। इस प्रदर्शन ने अंतरिम सरकार के मुखिया और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को झकझोर दिया है। राजनीतिक हलकों का मानना है कि यूनुस इससे भड़क उठे हैं और अब चुनाव आयोग को आगे करके अपने विरोधियों पर चोट कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने बुधवार को बड़ा फैसला सुनाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का राष्ट्रीय पहचान पत्र ‘लॉक’ (एनआईडी) कर दिया। इसके बाद वह फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनावों में वोट डालने के लिए योग्य नहीं हैं। आयोग के सचिव अख्तर अहमद ने साफ कहा, ‘जिस किसी का एनआईडी लॉक हो गया है, वह मतदान नहीं कर सकता। शेख हसीना का कार्ड लॉक है।’ हालांकि यह कार्रवाई सिर्फ हसीना तक सीमित नहीं रही। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी बहन शेख रेहाना, बेटे सजीब वाजेद जॉय, बेटी सैमा वाजेद पुतुल और अन्य नजदीकी रिश्तेदारों के एनआईडी भी ब्लॉक कर दिए गए हैं। इनमें रेहाना के बच्चे तुलिप रिजवाना सिद्दीक, अजमीना सिद्दीक और रदवान मोजिब सिद्दीक बॉबी तक शामिल हैं। लंदन का विशाल प्रदर्शन यह संदेश देने में सफल रहा कि बांग्लादेशी प्रवासी हसीना और अवामी लीग के साथ खड़े हैं। 1971 की आजादी की जंग की तरह इस बार भी ‘जय बांग्ला’ के नारे अंतरराष्ट्रीय मंच से उठे। प्रदर्शनकारियों ने कहा, ‘यह लड़ाई सिर्फ बांग्लादेश के लिए नहीं बल्कि लोकतंत्र के लिए है।’ बांग्लादेश अवामी लीग ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा, लंदन की सड़कों पर आज ‘जय बांग्ला’ के नारे गूंज उठे। हजारों लोगों ने यूनुस शासन पर अविश्वास जताया और लोकतंत्र की लड़ाई के लिए आवाज बुलंद की। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यूनुस सरकार विरोध को दबाने के लिए चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रही है। शेख हसीना और उनके परिवार को वोट डालने से रोकना इसी रणनीति का हिस्सा है।बता दें कि 5 अगस्त 2024 को छात्र आंदोलन की लपटों ने हसीना की अवामी लीग सरकार को गिरा दिया था। हिंसक हालात के बीच उन्हें भारत भागना पड़ा। इसके बाद यूनुस ने सत्ता संभाली और अवामी लीग की गतिविधियों को बंद करा दिया। अब हसीना पर इंटरनेशनल क्राइम्स ट्राइब्यूनल में अनुपस्थिति में मुकदमा चल रहा है, जहां अभियोजन पक्ष उनके लिए मौत की सजा तक की मांग कर चुका है। वीरेंद्र/ईएमएस/18सितंबर2025 ------------------------------------