वाशिंगटन(ईएमएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की कि वे एंटीफा आंदोलन को आतंकवादी संगठन घोषित कर रहे हैं। यह कदम उस घटना के बाद आया है जिसमें दक्षिणपंथी कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या कर दी गई थी। ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए एंटीफा को ‘बीमार, खतरनाक और उग्र वामपंथी तबाही’ बताया। उन्होंने कहा कि जो लोग इस आंदोलन को फंड कर रहे हैं, उनकी गहन जांच की जाएगी और कानून के तहत कड़ी कार्रवाई होगी। ऐंटीफा यानी ऐंटी फासिस्ट कोई एक संगठन नहीं है, बल्कि यह वामपंथी झुकाव वाले समूहों का एक नेटवर्क है, जो खासकर प्रदर्शन के दौरान फासीवाद और नाजी विचारधारा का विरोध करते हैं। 2020 में एफबीआई के पूर्व निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा था कि एंटीफा दरअसल एक विचारधारा है, न कि कोई संगठित संस्था। इसकी कोई औपचारिक संरचना नहीं है, जिस वजह से इसे कानूनी तौर पर आतंकी संगठन घोषित करना कठिन माना जाता रहा है। व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को कहा था कि वे ‘एक बड़े घरेलू आतंकी नेटवर्क’ को खत्म करेंगे, जिसे वे चार्ली किर्क की हत्या के पीछे जिम्मेदार मानते हैं। ट्रंप प्रशासन के उप चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफव मिलर ने कहा कि सरकार इस हत्या के खिलाफ लोगों के गुस्से को इस्तेमाल कर ऐसे नेटवर्क को उखाड़ फेंकेगी। हालांकि, इस फैसले को लेकर कई डेमोक्रेटिक नेताओं ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि ट्रंप प्रशासन इस कदम को बहाना बनाकर असहमति और विरोधी आवाजों पर सख्ती कर सकता है। इस बीच खबर है कि एबीसी नेटवर्क ने लेट-नाइट शो को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया है। यह फैसला उस विवादित टिप्पणी के बाद आया है, जो होस्ट जिमी किमेल ने चार्ली किर्क की हत्या पर की थी। सोमवार के अपने मोनोलॉग में किमेल ने कहा था कि मेगा गैंग बेताबी से कोशिश कर रही है कि जिस लड़के ने चार्ली किर्क की हत्या की, उसे अपना न बताया जाए और राजनीतिक फायदा उठाया जाए। वीरेंद्र/ईएमएस/18सितंबर2025 ------------------------------------