व्यापार
24-Sep-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। सोने की कीमत ने भारत में एक और रिकॉर्ड बना दिया है। दिल्ली में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,17,475 रुपये तक पहुंच गया है। देशभर के अन्य शहरों में भी यही भाव देखने को मिल रहे हैं। कुछ साल पहले तक जहां सोने की कीमतें 30,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थीं, वहीं अब तेजी ने इसे आम खरीदार के लिए सपना बना दिया है। यहां पर सवाल यह है कि आखिर वे कौन-सी वजह हैं जो लगातार सोने की कीमतों को ऊपर धकेल रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार त्योहार और शादी सीजन की मांग, फेडरल रिजर्व की दर कटौती की उम्मीद, कमजोर अमेरिकी डॉलर और सुरक्षित निवेश की ओर झुकाव आदि प्रमुख कारण हैं। त्योहार और शादी सीजन की मांग नवरात्रि से शुरू हुआ त्योहारों का मौसम आभूषण खरीद को बढ़ा रहा है। भारतीय परिवार सोने को शुभ मानते हैं, खासकर दिवाली और शादी के मौसम में। यही वजह है कि ऊंचे दामों के बावजूद ज्वैलर्स की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ बनी हुई है। फेडरल रिजर्व की दर कटौती की उम्मीद वैश्विक बाजारों में निवेशकों को भरोसा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व जल्द ही ब्याज दरों में कटौती करेगा। कम दरें सोने जैसी गैर-उपज वाली संपत्ति को और आकर्षक बना देती हैं। इस उम्मीद ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की चमक और बढ़ा दी है। कमजोर अमेरिकी डॉलर डॉलर के कमजोर होने से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना सस्ता हो गया है। इससे अन्य मुद्राओं में निवेश करने वाले खरीदारों के लिए सोना अधिक आकर्षक हो गया और वैश्विक मांग बढ़ गई। सुरक्षित निवेश की ओर झुकाव भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक अनिश्चितता और शेयर बाजार की अस्थिरता निवेशकों को सुरक्षित विकल्प की तलाश में सोने की ओर खींच रही है। मुद्रास्फीति और करेंसी उतार-चढ़ाव के खिलाफ सोना एक मजबूत हेज माना जा रहा है। भारत में ज्वैलर्स का कहना है कि खरीदार ऊंची कीमतों के बावजूद अग्रिम खरीदारी कर रहे हैं, ताकि आगे की बढ़ोतरी से पहले निवेश सुरक्षित किया जा सके। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि लगातार बढ़ती कीमतें थोक और मूल्य-संवेदनशील ग्राहकों की खरीद क्षमता पर असर डाल सकती हैं। वैश्विक स्तर पर, सोने में निवेश प्रवाह मजबूत बना हुआ है और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) तथा वायदा बाजारों में लंबी पोजिशन बढ़ रही हैं। हिदायत/ईएमएस 24सितंबर25