ज़रा हटके
26-Sep-2025
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बार्सिलोना,(ईएमएस)। जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव के बीच यूरोप में गर्मी अब जानलेवा साबित हो रही है। एक शोधपरख रिपोर्ट के अनुसार, 2024 की गर्मियों में 62,700 से अधिक लोग गर्मी से जुड़े कारणों से मारे गए, जिनमें बुजुर्ग और महिलाएं सबसे अधिक प्रभावित रहीं। दरअसल बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ (आईएसग्लोबलl) ने 32 यूरोपीय देशों से रोजाना मौतों का डेटा इकट्ठा किया। इस पर आधारित रिपोर्ट बताती है कि 2022 से 2024 की तीन गर्मियों में कुल 1,81,000 से अधिक मौतें हुईं, जो गर्मी की तीव्रता और व्यापक असर को दर्शाती हैं। यूरोप में हीटवेव अलर्ट जारी होते हैं, लेकिन हर देश में हीटवेव की परिभाषा अलग होती है। स्टडी के मुख्य लेखक टोमास जानोस का कहना है कि कुछ जगहों पर 24 डिग्री सेल्सियस तापमान पर भी कमजोर आबादी पर जानलेवा असर देखा गया। यूरोपीय एनवायरनमेंट एजेंसी के अधिकारी जेरार्डो सांचेज ने चेताया, कि गर्मी से बचाव को दवा की तरह जरूरी माना जाना चाहिए। इमारतों को बेहतर बनाना होगा, कूलिंग सिस्टम सबके लिए सुलभ करने होंगे और लंबे समय के निवेश की योजना बनानी होगी। 2024 की गर्मी: रिकॉर्ड और आंकड़े 1 जून से 30 सितंबर 2024 के बीच गर्मी से मौतों की दर 2023 की तुलना में 23प्रतिशत ज्यादा रही। कुल मौतें 2022 की तुलना में थोड़ी कम रहीं, जब 67,900 मौतें दर्ज की गई थीं। रिपोर्ट के अनुसार, कुल मौतों में से दो-तिहाई दक्षिणी यूरोप में हुईं, खासकर इटली में, जहां बुजुर्ग आबादी अधिक है। 2025 में भी खतरा बरकरार यह अलग बात है कि इस रिपोर्ट में 2025 को शामिल नहीं किया गया, लेकिन इटली की इमरजेंसी मेडिसिन सोसाइटी के अनुसार, इस साल कई क्षेत्रों में चरम तापमान के दौरान अस्पतालों में आपात मरीजों की संख्या 20प्रतिशत तक बढ़ गई। संगठन के अध्यक्ष एलेसांद्रो रिकार्डी ने कहा, कि कमजोर और पहले से बीमार लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए, जिससे अस्पतालों पर वैसा ही दबाव पड़ा जैसा फ्लू के मौसम में होता है। इस रिपोर्ट को देखते हुए कहा जा रहा है कि जलवायु परिवर्तन के चलते यूरोप में हीटवेव और गर्मी से मौतों का खतरा आने वाले वर्षों में और बढ़ सकता है। इसे देखते हुए वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी भी समय-समय पर जारी की है। हिदायत/ईएमएस 26 सितंबर 2025