जयपुर (ईएमएस)। राजधानी जयपुर में आपराधिक रिकॉर्ड वाले चालक ऑटो, बस और कैब नहीं चला सकेंगे अगर किसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज है तो वह डिलीवरी बॉय बनकर घर-घर ऑर्डर डिलीवरी भी नहीं कर सकेगा. शहर में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर अंकुश लगाने की दिशा में कवायद कर रही पुलिस ने इस दिशा में ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. इसके तहत बस, ऑटो और कैब चालकों का पुलिस वैरिफिकेशन किया जा रहा है. ऑनलाइन डिलीवरी कंपनियों के डिलीवरी बॉयज का भी पुलिस सत्यापन किया जा रहा है. जिन लोगों के खिलाफ पुराने मुकदमे हैं, उन्हें कंपनियों से कहकर बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. इसके साथ ही पुलिस ऐसे लोगों पर लगातार नजर रख रही है। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि जयपुर शहर में करीब 7,500 बस, ऑटो व कैब चालकों का पुलिस सत्यापन करवाया गया है. इनमें से 200 लोगों का आपराधिक रिकॉर्ड होने की जानकारी सामने आई है। कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ बताते हैं कि इनकी सेवा प्रदाता कंपनियों से कहकर आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों को काम से हटवाया गया है. यह कवायद आगे भी जारी रहेगी. इसका अगला कदम यह है कि विभिन्न ऑनलाइन सेवा प्रदाता कंपनियों के डिलीवरी बॉयज का भी पुलिस वेरिफिकेशन करवाया जाएगा.इनका डाटा पुलिस को मिल चुका है. अब इनका सत्यापन किया जा रहा है. आपराधिक रिकॉर्ड पाए जाने पर सेवा प्रदाता कंपनियों से कहकर आपराधिक रिकॉर्ड वाले डिलीवरी बॉयज को भी बाहर किया जाएगा. उनका कहना है कि जयपुर पुलिस सशक्त नारी जिम्मेदारी हमारी मुहिम चला रही है. इसके तहत महिलाओं को उनके अधिकारों और कानूनों की जानकारी दी जा रही है. चालकों और डिलीवरी बॉयज का पुलिस सत्यापन भी करवाया जा रहा है। जयपुर (दक्षिण) डीसीपी राजर्षि राज ने बताया कि जयपुर पुलिस की ओर से महिला सुरक्षा को लेकर सशक्त नारी, जिम्मेदारी हमारी मुहिम चलाई जा रही है. सुरक्षित पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुनिश्चित करने के लिए शहर में कैब, बस और ई रिक्शा के चालकों का चिह्नीकरण किया. कमिश्नरेट के दायरे में दस जगहों पर शिविर लगाए गए. जहां पर इनका पुलिस वैरिफिकेशन किया गया। पहले चरण में 7500 चालकों का पुलिस सत्यापन किया गया. इनमें 205 चालकों का आपराधिक रिकॉर्ड मिला है. इनमें करीब 30 के खिलाफ गंभीर प्रकरण दर्ज हैं. इसके बाद संबंधित कंपनियों से बात कर इनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा. ऐसे लोगों को चिह्नित कर पाबंद किया जा रहा है और निगरानी भी रखी जा रही है. ऐसे लोगों का जनता से सीधा जुड़ाव रहता है, इसलिए भविष्य में ये कोई गैरकानूनी काम नहीं करें, यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है। अशोक शर्मा/ 5 बजे/ 10 अक्टूबर 2025