राष्ट्रीय
11-Oct-2025
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-सीएम धामी बोले- किसी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा देहरादून,(ईएमएस)। उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा को रद्द करने का बड़ा फैसला लिया है। यह निर्णय पेपर लीक और नकल के मामलों के सामने आने के बाद लिया गया है। राज्य सरकार ने कहा है कि परीक्षा प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठने के कारण यह कदम छात्रों के हित में आवश्यक था। परीक्षा रद्द किए जाने के एक दिन पहले ही भाजपा विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में मुलाकात की थी। प्रतिनिधिमंडल में खजान दास, दिलीप सिंह रावत, विनोद कंडारी, बृजभूषण गैरोला, दुर्गेश्वर लाल, सुरेश चौहान, मोहन सिंह बिष्ट और रेनू बिष्ट शामिल थे। विधायकों ने मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में कहा था, कि पेपर लीक और नकल की घटनाओं से छात्रों का मनोबल गिरा है, इसलिए 21 सितंबर को आयोजित परीक्षा को रद्द किया जाना चाहिए। सरकार ने उठाया निर्णायक कदम मुख्यमंत्री धामी ने प्रतिनिधिमंडल की सिफारिश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए शनिवार को परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि सरकार योग्य अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं होने देगी। सीएम ने दोहराया कि परीक्षा से जुड़े पेपर लीक और नकल माफिया पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले ही कहा था कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाएगी ताकि पूरे प्रकरण की निष्पक्षता बनी रहे। उन्होंने पेपर लीक के विरोध में धरना दे रहे छात्रों से मुलाकात कर उन्हें आश्वस्त किया था कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। हिदायत/ईएमएस 11अक्टूबर25