- दोनों आरोपी सस्पेंड पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज -हैवान बने पुलिसकर्मियो ने पूरी ताकत से मारे थे डंडे, गंभीर चोटों से फट गया था पैंक्रियाज (अग्नाशय) - अंदरूनी रक्तस्राव से हो गई मौत, परिवार का इकलौता बेटा था युवक भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल में पुलिस की हैवानियत का एक और रोंगटै खड़े कर देने वाला जानलेवा मामला सामने आया है। यहॉ पिपलानी थाना इलाके में पुलिस ने बेरहमी से मारपीट कर बालाघाट में पदस्थ डीएसपी केतन अडलक के साले उदित की हत्या कर दी। मृतक छात्र की मौत के मामले से प्रदेश भर में हड़कंप मच गया है। मृतक के परिजनों और समाजजनों ने बीती रात थाने के बाहर जमकर हंगामा करते हुए दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। पीएम रिर्पौट के आधार पर दोनो आरोपी पुलिस कर्मियो कांस्टेबल संतोष बामनिया और सौरभ आर्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। * पूरी ताकत से किये गये वार से फट गया था पैंक्रियाज (अग्नाशय) पीएम रिर्पोट में सामने आई पुलिस की हैवानियत बेहद वीभत्स घटना की शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है, कि उदित की मौत बेहद क्रूर तरीके से की गई मारपीट के कारण हुई थी। उदित के शव का शुक्रवार को एम्स में पोस्टमॉर्टम कराया गया। गौरतलब है की पीएम से पहले पुलिस ने यह आशंका जताई थी, कि संभवत उदित की मौत घबराहट के चलते हार्ट अटैक आने के कारण हुई है। लेकिन शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है, कि उसकी मौत हार्ट अटैक से नहीं हुई है। मौत का कारण मारपीट ही है। उदित के पेनक्रियाज में गंभीर इंज्यूरी हुई थी। जिसके कारण उसकी जान चली गई। रिपोर्ट के अनुसार पूरी ताकत से किये गये वारो से युवक को इतनी गंभीर चोटें आईं कि उसका पैंक्रियाज (अग्नाशय) फट गया, जिससे अंदरूनी रक्तस्राव हुआ और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। चिकित्सकों ने साफ लिखा है, कि चोटें अत्यधिक बल प्रयोग के चलते आई थीं, जो हिंसक मारपीट की ओर संकेत करती हैं। * संस्पैंड आरोपी पुलिसकर्मियो के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज घटना के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। मामले में दोषी पाए गए दोनों पुलिसकर्मी कांस्टेबल संतोष बामनिया और सौरभ आर्य को पहले ही निलंबित कर दिया गया था। वहीं अब दोनों के खिलाफ शनिवार अलसुबह हत्या का मामला दर्ज किया गया है, जिसकी भनक लगते ही दोनों आरोपी आरक्षक भुमिगत हो गए हैं, अफसरो का दावा है, की उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। * पीएचक्यू ने दिये विभागीय जॉच के आदेश मृतक उदित इंजिनियर था, उसका पारिवारिक संबंध पुलिस विभाग से भी जुड़ा है। वह एक डीएसपी का साला था। जिस वजह से घटना ने और भी गंभीर रूप ले लिया है। वहीं पुलिस मुख्यालय ने पूरे मामले की विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। उच्चाधिकारियों का कहना है, कि आरोपियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। * तीन दिन पहले ही बेंगलुरु से आया था भोपाल मिली जानकारी के अनुसार बैंक कॉलोनी बाग दिलकुशा निवासी उदित गायकी पुत्र राजकुमार(22) पेशे से इंजीनियर था। उसके पिता एमपीईबी में असिस्टेंट इंजीनियर हैं, जबकि मां संगीता सेमरा के शासकीय स्कूल में टीचर हैं। उदित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, उससे बड़ी दो बहने हैं। एक की शादी डीएसपी केतन अडलक के साथ हुई है, जो इन दिनों बालाघाट हॉक फोर्स में पदस्थ हैं। उदिन ने सीहोर में स्थित कॉलेज से बीई की पढ़ाई की थी। पिछले महीने ही उसकी नौकरी लगी थी। उदित पिछले तीन महीनों से बेंगलुरु में रह रहा था। तीन दिन पहले ही वह भोपाल अपने कॉलेज के कुछ दस्तावेज लेने आया था। गुरुवार रात उदित अपने दोस्त अक्षत भार्गव और दीपक बरकड़े के साथ इंद्रपुरी में बैठकर बीयर पार्टी कर रहा था। तभी चार्ली पर तैनात आरक्षक संतोष बामनिया और आरक्षक सौरभ आर्या ने तीनों को पकड़ लिया था। इस दौरान दोनों पुलिसकर्मियों ने पहले उदित के कपड़े उतरवाए और फिर डंडे से जमकर पिटाई की थी। दोस्त उसे पहले सांई अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से उसे गंभीर हालत देखने के बाद एम्स पहुंचा दिया गया। एम्स में चंद घंटे चले इलाज के बाद उसकी मौत हो गई थी। दोस्तो को आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने 10 हजार रुपए की डिमांड भी की थी। लेकिन जब पैसा नहीं मिला तब दबाव बनाने के लिये केतन को बेहरमी से पीटा गया था। डीसीपी जोन-2 विवेक सिंह ने बताया कि दोनों पुलिस आरक्षकों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। * घटना का सीसीटीवी हुआ वायरल, पुलिस ने सबूत के तौर पर किया जप्त घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में एक पुलिसकर्मी उदित को पकड़कर खड़ा है, और दूसरा उसे डंडे से मार रहा है। आरोप है, कि डंडे के वार से ही छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसके कारण बाद में उसकी मौत हो गई। सीसीटीवी में दो अन्य लोग भी एक वाहन पर दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जब्त कर लिए हैं। इन्हें जांच में मुख्य साक्ष्य के तौर पर रखा गया है। इन फुटेज को हत्या के अहम साक्ष्य के तौर पर कोर्ट में पेश किया जाएगा। साथ ही पुलिस ने हत्या के मामले में मृतक उदित के साथ मौजूद उसके दो दोस्तों को गवाह बनाया है, जिनके के बयान दर्ज किए जाएंगे। जुनेद / 11 अक्टूबर