मनोरंजन
18-Oct-2025
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मुंबई (ईएमएस)। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए फिल्म में अपने मर चुके किरदार को जिंदा करवाने का फैसला किया। एक इंटरव्यू में अक्षय ने बताया कि उस समय जिस फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार थी, उसमें उनका रोल कहानी की आगे की घटना में नहीं था। फिल्म में उनके किरदार की मौत होने के बाद कहानी आगे बढ़ रही थी और इस भूमिका के लिए किसी अन्य एक्टर ने डेट देने में रुचि नहीं दिखाई। उस समय अक्षय को पैसों की सख्त जरूरत थी और उन्होंने निर्देशक के पास यह सुझाव रखा कि उनका किरदार जिंदा रह सकता है। उन्होंने निर्देशक से कहा कि उन्हें वापस शामिल किया जाए ताकि दोनों निर्देशक और अभिनेता को लाभ हो सके। अक्षय ने साझा किया कि उन्हें रोज़ाना के हिसाब से पेमेंट मिलता था और उस वक्त उन्हें एक फ्लैट खरीदना था, इसलिए पैसों की तुरंत जरूरत थी। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने निर्देशक से वापसी की बात की, तो पहले तो निर्देशक ने कहा कि उनका किरदार तो मर चुका है। लेकिन कुछ ही समय बाद निर्देशक ने सोचा और फिल्म में उनके किरदार को मारने के बजाय कोमा में डालने का फैसला किया। इसके बाद कहानी उसी मोड़ पर आगे बढ़ाई गई और अक्षय को उनकी मेहनत का अतिरिक्त भुगतान भी मिला। इस किस्से से यह साफ होता है कि अक्षय कुमार न केवल अपने अभिनय के लिए बल्कि अपनी व्यावहारिक समझ के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने समय और परिस्थितियों का लाभ उठाकर अपने करियर और वित्तीय स्थिति को संतुलित किया। हालांकि, खिलाड़ी कुमार अब कम फिल्मों का चुनाव करते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय में उनकी फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन बेहतर हुआ है। उनके इस किस्से ने यह भी दर्शाया कि बॉलीवुड में अभिनेताओं को अपने रोल और स्क्रिप्ट के हिसाब से समझदारी से निर्णय लेने की जरूरत होती है। अक्षय कुमार का यह अनुभव युवा कलाकारों के लिए प्रेरणादायक है, क्योंकि इसमें दिखता है कि कभी-कभी परिस्थितियों का सही उपयोग करना भी सफलता की कुंजी हो सकता है। सुदामा/ईएमएस 18 अक्टूबर 2025