-2021 में बोल्टन का ईमेल अकाउंट ईरानी हैकर्स ने हैक कर लिया था वॉशिंगटन डीसी,(ईएमएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पिछले कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) रहे जॉन बोल्टन पर मामला दर्ज किया गया है। बोल्टन पर राष्ट्रीय रक्षा से जुड़ी जानकारी शेयर करने के आठ और गोपनीय दस्तावेज अपने पास रखने के 10 आरोप लगाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जॉन बोल्टन ने ट्रम्प प्रशासन में काम करते वक्त अपनी गतिविधियों के नोट्स और डायरी ईमेल अकाउंट में सेव की थीं। जांच एजेंसियों का कहना है कि इन नोट्स में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील बातें शामिल थीं, जिन्हें उन्होंने खुद को और परिवार को मेल किया था। 76 साल के बोल्टन अगर दोषी पाए गए तो उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। बता दें 2021 में बोल्टन का ईमेल अकाउंट ईरानी हैकर्स ने हैक कर लिया था। हैकर्स ने धमकी दी थी कि अगर बोल्टन के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे यह जानकारी लीक कर देंगे, जैसे 2016 में हिलेरी क्लिंटन के ईमेल लीक हुए थे। बोल्टन ने अगस्त में एक साक्षात्कार में भारत पर 50फीसदी टैरिफ लगाने के फैसले को भारी भूल बताया था। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि रूस को कमजोर करने के लिए भारत पर लगाया गया एक्स्ट्रा टैरिफ कहीं उल्टा न पड़ जाए। उन्होंने कहा था कि अमेरिका, भारत को रूस और चीन से दूर करने के लिए कई साल से कोशिश कर रहा था लेकिन अब वह कोशिश कमजोर पड़ गई है। इसके अलावा बोल्टन ने पिछले महीने कहा था कि ट्रम्प और पीएम मोदी के बीच पहले की खास दोस्ती अब खत्म हो चुकी है। इंटरव्यू में बोल्टन ने ट्रम्प की नीति की आलोचना करते हुए कहा था कि व्हाइट हाउस ने अमेरिका-भारत संबंधों को दशकों पीछे धकेल दिया है, जिससे मोदी रूस और चीन के करीब आ गए हैं। चीन ने खुद को अमेरिका और ट्रम्प के विकल्प के रूप में पेश किया है। ट्रम्प ने बोल्टन पर आरोप तय होने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह बुरा आदमी है, जैसा करोगे वैसा भरोगे। बोल्टन ट्रम्प प्रशासन में 2018 से 2019 तक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे। दोनों के बीच मतभेद भी रहे। बोल्टन ने इस्तीफा देने के बाद ट्रम्प पर तीखे आरोप लगाए और किताब लिखी, जिसे ट्रम्प ने चुनाव से पहले रोकने की कोशिश की थी। पहली जांच 2021 में बंद हुई थी, लेकिन अब मामला फिर से ओपन गया है। मामला अब फेडरल कोर्ट में चलेगा। बोल्टन ने आरोपों को बदले की कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि यह ट्रम्प के आलोचकों को डराने का तरीका है, मैं अपने खिलाफ लगे झूठे आरोपों का कानूनी तौर पर जवाब दूंगा। बोल्टन के वकील ने कहा कि यह मामला पहले ही निपट चुका था। वकील ने कहा कि डायरी रखना अपराध नहीं है और ये दस्तावेज एफबीआई के रिकॉर्ड में पहले से दर्ज थे। बोल्टन ने कहा कि उन्होंने 40 साल अमेरिका की सुरक्षा नीति के लिए काम किया है। ट्रम्प ने पहले मेरी किताब द रूम व्हेयर इट हैप्पंड को रोकने की कोशिश की थी। अब इस केस के जरिए वे मुझे निशाना बना रहे हैं। सिराज/ईएमएस 18 अक्टूबर 2025