अंतर्राष्ट्रीय
28-Oct-2025


तेल अवीव,(ईएमएस)। इजरायली विदेश मंत्री गिदोन सार ने दो टूक कहा कि गाजा में किसी भी देश की सेना को इजरायल बर्दाश्त नहीं करेगा। खासकर तुर्की को तो बिल्कुल नहीं। उन्होंने कहा कि जो देश खुद को न्यूट्रल बताते हैं वही बैकडोर से हमलों को सही ठहराते नजर आते हैं। इसलिए इजरायल की सुरक्षा में बाहरी सैनिकों को जगह देना खुद को जोखिम में डालने जैसा है। बता दें कि अमेरिका की मध्यस्थता से युद्धविराम का पहला फेज पूरा होने के बावजूद इजरायली सेना ने एक बार फिर ताबड़तोड़ कार्रवाई की। गाजा के मिडल रीजन में ड्रोन अटैक कर इस्लामिक जिहाद के एक बड़े कमांडर को मार गिराने का दावा किया गया। बुडापेस्ट में हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो के साथ मीटिंग के बाद सार ने साफ घोषित कर दिया कि यह चेतावनी सिर्फ तुर्की को नहीं बल्कि हर उस देश को है जो इजरायल की दुश्मनी निभाता है और शांति के नाम पर सैनिक भेजना चाहता है। संदेश बिल्कुल क्लियर। हथियार हमारे। नियम भी हमारे। कभी तुर्की और इजरायल के रिश्ते बहुत मजबूत रहे थे। लेकिन गाजा युद्ध में जब से तुर्की राष्ट्रपति एर्दोगन ने इजरायल पर नरसंहार के आरोप लगाए, हमलों की तुलना नाजी क्रूरता से की और हमास का खुला समर्थन किया। तभी से पूरी कहानी उलट गई। सार ने कहा कि ऐसे देश की सेना को गाजा में आने देना पागलपन होगा। उन्होंने कहा कि डिप्लोमैसी और इकोनॉमिक मोर्चे पर भी तुर्की का व्यवहार जहर की तरह है।सार ने यह बात भी बताई कि अमेरिकी शांति प्लान में भी इजरायल ने अपनी बात मजबूती से रख दी है। ‘हमारी जमीन पर सुरक्षा की चाबी किसी और के हाथ में नहीं जा सकती।’ इस लाइन ने वॉशिंगटन तक सिग्नल दे दिया है कि इजरायल गाजा में इंटरनेशनल फोर्स को लेकर बहुत सेलेक्टिव रहेगा। प्रधानमंत्री नेतन्याहू पहले ही कह चुके हैं कि इजरायल हमेशा अपनी सुरक्षा के लिए खुद जिम्मेदार है। और रहेगा। इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद लगाए गए दक्षिणी इलाके के स्पेशल इमरजेंसी ऑर्डर को खत्म करने की घोषणा की है। इसके तहत सेना को लोगों का मूवमेंट रोकने और इलाके बंद करने की पूरी ताकत मिली थी। अब आईडीएफ की सिफारिश के बाद इसे हटाया जा रहा है। काट्ज ने कहा कि यह इजरायल की नई सुरक्षा स्थिति का सबूत है। पिछले दो साल में हमास को जिस तरह कुचला गया है उसने जमीन की हकीकत बदल दी है। सेना का कहना है कि यह वही शख्स था जो इजरायली सेना पर नए हमले प्लान कर रहा था। इजरायल ने कहा है कि अभी भी 13 बंधकों के शवों का कोई पता नहीं। 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है। मिस्र के साथ मिलकर शवों की खोज तेज कर दी गई है। अब भारी मशीनरी लगाई जा रही है। वीरेंद्र/ईएमएस/28अक्टूबर2025