अंतर्राष्ट्रीय
03-Nov-2025
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काबुल,(ईएमएस)। अफगानिस्तान में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप ने कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है। इस भूकंप का केंद्र समनगान प्रांत में मजार-ए-शरीफ शहर से 51 किलोमीटर और खुल्म शहर से 23 किलोमीटर दूर था। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के मुताबिक यह भूकंप जमीन से करीब 28 किलोमीटर की गहराई में दर्ज था। समनगान प्रांत के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है और 140 से ज्यादा लोग घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई गई है। मनगान और बाल्ख प्रांतों के कई गांवों में भारी नुकसान होने की खबर है। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में मजार-ए-शरीफ भी शामिल है, जहां स्थित मशहूर ‘रौज़ा मुबारक’ यानी हजरत अली की दरगाह को भी नुकसान पहुंचा है। इस ऐतिहासिक दरगाह की टाइलें और ईंटें गिर गईं और आसपास का इलाका मलबे से भर गया। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों और वीडियो में देखा जा सकता है कि मजार की दीवारों पर दरारें आ गई हैं और नीले गुंबदों से टाइलें टूटकर गिर गई हैं। बाल्ख प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता ने बताया कि ‘मजार-ए-शरीफ की मस्जिद और आसपास की कई इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई लोग घायल हैं और कुछ की जान भी चली गई है। यह हमारे लिए दुखद दिन है। बता दें हज़रत अली की मजार इस्लामी दुनिया में एक आस्था का केंद्र है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु जियारत के लिए पहुंचते हैं। भूकंप से हुई तबाही की खबर फैलते ही दुनियाभर के मुसलमानों में गहरा दुख और मायूसी है। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस ऐतिहासिक स्थल की सुरक्षा और पुनर्निर्माण की अपील की है। इस भूकंप के झटके ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के अलावा दिल्ली तक महसूस किए गए। यूएसजीएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में पांच आफ्टरशॉक्स भी दर्ज किए गए, जिनमें सबसे तेज़ 5.2 तीव्रता का था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में इस साल अगस्त में आए 6.0 तीव्रता के भूकंप में 2,200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, जबकि अक्टूबर 2023 में पश्चिमी अफगानिस्तान में आए एक और 6.3 तीव्रता के भूकंप में 2,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। सिराज/ईएमएस 02नवंबर25