मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में पहली बार आईसीसी विश्वकप जीता है। इस जीत के बाद भारतीय टीम को चमचमाती हुई ट्रॉफी दी गयी पर ये ट्रॉफी टीम अपने साथ नहीं रख सकती। इससे वापस ले लिया जाएगा। इसका कारण है कि आईसीसी विजेता टीमों को असली ट्रॉफी नहीं देती बल्कि इसकी जगह पर टीमों को उस ट्रॉफी की प्रतिकृति ट्रॉफी दी जाती है। मैच के बाद फोटो सूट और अवॉर्ड समारोह में ही टीम को असली ट्रॉफी दी जाती है उसके बाद फोटो सेशन के बाद उनसे ट्रॉफी वापस ले ली जाती है। ट्रॉफी वापसी लेने का नियम आईसीसी ने कई साल पहले ही बना दिया था। इसके तहत विजेता टीम को ट्रॉफी लौटानी पड़ती है। वह आईसीसी मुख्यालय में रखी जाती है। असली ट्रॉफी की तरह नकली ट्रॉफी में भी सोने और चांदी लगे होंगे। असली ट्रॉफी को चोरी या किसी अन्य कारण होने नुकसान पहुंचाने से बचाने के लिए ऐसा किया जाता है. 11 किलो वजन है विश्व कप की असली ट्रॉफी का विश्व कप ट्रॉफी का वजन लगभग 11 किलो है। इसकी लंबाई करीब 60 सेंटीमीटर है। ट्रॉफी में सोना और चांदी लगी है। ट्रॉफी में स्टंप और बेल्स के आकार के जो तीन कॉलम बने हैं वो चांदी के हैं। ट्रॉफी के शीर्ष पर जो ग्लोब है वह सोने का है। इस ट्रॉफी पर विश्वकप विजेता टीमों के नाम लिखे हैं। गिरजा/ईएमएस 04 नवंबर 2025