नई दिल्ली (ईएमएस)। अक्टूबर 2025 में भारत ने अमेरिका से औसतन 5.93 लाख बैरल प्रति दिन कच्चा तेल आयात किया, जो सितंबर के 2.07 लाख बैरल प्रतिदिन के मुकाबले लगभग तीन गुना अधिक है। यह मार्च 2021 के बाद अमेरिकी तेल आयात का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं रूस से आयात अक्टूबर में 16.1 लाख बैरल प्रति दिन रहा, जो पिछले साल इसी महीने के 17.3 लाख बैरल प्रति दिन से थोड़ी कम है। अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद अक्टूबर में आपूर्ति सामान्य रही, क्योंकि ज्यादातर शिपमेंट पहले ही बुक किए गए थे। विश्लेषकों के अनुसार भारत का यह कदम ऊर्जा सुरक्षा और भू-राजनीतिक संतुलन बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा है। केप्लर के प्रमुख विश्लेषक सुमित रितोलिया का कहना है कि अमेरिकी-रूसी कीमतों के अंतर ने अमेरिकी तेल आयात को अल्पकालिक रूप से बढ़ावा दिया है, लेकिन यह वृद्धि स्थायी नहीं है। 21 नवंबर से रोजनेफट और ल्युकाइल पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होंगे, जो भारत के रूसी तेल आयात का करीब 70 फीसदी हिस्सा हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिसंबर-जनवरी में रूसी तेल आयात में गिरावट संभव है। इसके मद्देनजर सरकारी तेल कंपनियां बिचौलियों के माध्यम से खरीद जारी रख रही हैं। सतीश मोरे/04नवंबर ---