* फसल बीमा, एमएसपी, कर्जमाफी, भूमि अधिग्रहण और पशुचारे की कीमतों पर सरकार से जवाबदेही की मांग अहमदाबाद (ईएमएस)| गुजरात कांग्रेस 6 नवंबर से किसानों के पांच ज्वलंत मुद्दों को लेकर “किसान आक्रोश यात्रा” तालाला से शुरू कर रही है। यह यात्रा किसानों से जुड़े और वर्तमान समय के महत्वपूर्ण विषयों — जैसे कि फसल बीमा योजना, कृषि उपज और दूध में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), किसानों के कर्ज माफ़ी, खेती योग्य भूमि का उद्योगपतियों को हस्तांतरण रोकना तथा घासचारा और पशु आहार के दामों में कमी को लेकर शुरू की जा रही है। यह यात्रा 13 तारीख को सौराष्ट्र के सोमनाथ, जूनागढ़, अमरेली, बोटाद, राजकोट, जामनगर और देवभूमि द्वारका जिलों से होकर गुजरेगी और द्वारका में समापन होगा। कांग्रेस ने किसानों से जुड़ी चिंताओं को लेकर सभी वर्गों से इस यात्रा में जुड़ने की अपील की है। कुल 8 दिन तक चलने वाली किसान आक्रोश यात्रा 11 जिलों से होकर गुजरेगी और लगभग 800 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। द्वारका में आयोजित किसान आक्रोश सभा में कांग्रेस राज्य और केंद्र सरकार से किसानों से जुड़े इन मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई की मांग करेगी। इस यात्रा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा, गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, विधायक, सांसद, वर्तमान और पूर्व पदाधिकारी सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल होंगे। कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि राज्य में फसल बीमा योजना दोबारा शुरू की जाए। मूंगफली और दूध जैसे उत्पादों में एमएसपी कानून लागू किया जाए। पशुपालकों को घासचारा और पशु आहार पर सब्सिडी दी जाए। किसानों की खेती योग्य भूमि को उद्योग घरानों को देने की प्रक्रिया तत्काल रोकी जाए। अब तक अधिग्रहित भूमि का किसानों को पूरा मुआवजा दिया जाए और किसानों के सभी ऋण माफ किए जाएं। यह यात्रा सौराष्ट्र के प्रमुख स्थानों — मालिया, केशोद, मेंदरडा, विसावदर, भेसाण, वडिया, कुकावाव, अमरेली, लाठी, ढसा, गढडा, बोटाद, पाळीयाद, वांकानेर, टंकारा, बेड़ी, माधापर, कालावड, जामजोधपुर, भाणवड, भाटिया और द्वारका — से होकर गुजरेगी। राष्ट्रीय सेवादल के अध्यक्ष लालजी देसाई ने किसानों और किसानों के हित में काम करने वाले सभी लोगों से अपील की है कि वे इस यात्रा में शामिल होकर किसानों की आवाज़ को मज़बूत बनाएं। सतीश/05 नवंबर