खेल
06-Nov-2025
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अब तब मेरे चेहरे पर सात जगह सर्जरी हुई सिडनी (ईएमएस)। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर कप्तान माइकल क्लार्क आजकल त्वचा के कैंसर से पीड़ित हैं। क्लार्क ने बीमारी के दर्द को बताते हुए कहा कि उनके चेहरे से अब तक 7 जगह सर्जरी से कैंसर कारक बेसल सेल्स निकाले गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ साल में इलाज के दौरान उनके चेहरे और शरीर से कई मेलानोमा और अन्य प्रकार के कैंसर हटाए गये हैं। क्लार्क को पहली बार 2006 में त्वचा कैंसर का पता चला था और तभी से वह नियमित रूप से अपने विशेषज्ञ से मिलते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा करते हुए लोगों को अपनी त्वचा की जांच कराने की सलाह दी, जिससे कि इस बीमारी का पता समय से पहले ही लग जाये। क्लार्क ने एक शो में कहा कि उन्होंने हाल ही में अपनी नाक से एक और कैंसरयुक्त घाव हटवाया है। उन्होंने कहा, “लगभग चार सप्ताह पहले मेरी नाक से एक निकाला गया था, और मैं हर छह महीने में अपने त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलता हूं। अब तक मेरे चेहरे पर सात से अधिक जगहों पर सर्जरी हुई है।” क्लार्क के मुताबिक, वह नियमित रूप से सनस्पॉट को फ्रीज करवाते हैं और किसी भी बेसल सेल्स को तुरंत कटवा देते हैं जिससे कि बीमारी आगे न फैले। पिछले साल क्लार्क ने अपनी नाक की सर्जरी के बाद की तस्वीर साझा की थी। उन्होंने लिखा, “आज मेरी नाक से एक और निकाला गया। यह सबको याद दिलाने के लिए है कि अपनी त्वचा की जांच करवाएं। रोकथाम इलाज से बेहतर है, लेकिन जल्दी पहचान भी उतनी ही ज़रूरी है।” उन्होंने अपने डॉक्टर का आभार जताया कि उन्होंने कैंसर को शुरुआती चरण में ही पकड़ लिया। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा की गई और कई लोगों ने उनकी ईमानदारी की सराहना की। क्लार्क ने बताया कि उनकी बीमारी का बसे बड़ा कारण क्रिकेट के दौरान धूप में बिताए गए लंबे घंटे हैं। उन्होंने कहा, “सोचिए भारत या ऑस्ट्रेलिया में पूरे दिन फील्डिंग करना, आठ घंटे तक तेज धूप में रहना। हम अक्सर बैगी ग्रीन कैप पहनते थे, जिससे चेहरे और कानों पर सीधी धूप पड़ती थी। छोटी आस्तीन वाली शर्ट पहनने से बाहों पर भी असर होता था।” उन्होंने यह भी बताया कि क्रिकेटरों के लिए स्किन कैंसर का खतरा आम है और इसीलिए नियमित जांच बहुत जरुरी है। क्लार्क अकेले नहीं हैं जिन्होंने त्वचा कैंसर का सामना किया। उनसे पहले रिची बेनो, सैम बिलिंग्स, एंडी फ्लावर और लॉरेन चीटल जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी इस बीमारी से पीड़ित रहे हैं। इन खिलाड़ियों की कहानियों ने दुनिया भर में क्रिकेट समुदाय में जागरूकता बढ़ाने में मदद की है। क्लार्क का क्रिकेट करियर बेहद सफल रहा। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 115 टेस्ट, 245 वनडे और 34 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने कुल मिलाकर 17,000 से अधिक रन बनाए। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2015 का एकदिवसीय विश्व कप जीता था। गिरजा/ईएमएस 06 नवंबर 2025