ज़रा हटके
10-Nov-2025
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नरसापुर,(ईएमएस)। तेलंगाना राज्य का नरसापुर कस्बा एक घने वन क्षेत्र के करीब बसा हुआ है, जहाँ लंबे समय से बंदरों के झुंड आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए पूर्व पार्षद मोहम्मद नईमुद्दीन ने एक रचनात्मक तरीका निकाला। उन्होंने ऑनलाइन महज़ 1,650 रुपये में एक गोरिल्ला की ड्रेस खरीदी। इस पोशाक को पहनकर एक सफाई कर्मचारी को शुक्रवार से वार्ड 6 और 7 में गश्त पर लगाया गया। जैसे ही बंदरों ने ‘गोरिल्ला’ को देखा, वे डरकर तुरंत भाग गए। कुछ ही घंटों में इस अनोखे प्रयोग की चर्चा पूरे कस्बे में फैल गई और यह पहल सफल साबित हुई। बता दें कि ये बंदर भोजन और पानी की तलाश में आए दिन घरों में घुस आते हैं और कई बार लोगों पर हमला भी कर देते हैं। पिछले कुछ महीनों में बंदरों के हमलों में दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन से कार्रवाई की माँग की, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका था। नगर आयुक्त ने यह भी स्वीकार किया कि यह कोई स्थायी उपाय नहीं है और समय के साथ बंदर इस ‘गोरिल्ला’ के आदी भी हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल यह पहल बंदरों के बढ़ते आतंक से निपटने में काफी मददगार साबित हो रही है। स्थानीय नागरिकों ने भी इस अनोखे प्रयोग का स्वागत किया है और कहा कि जितनी देर बंदर डर रहे हैं, उतनी देर ही सही- राहत तो मिल रही है! पूर्व पार्षद की इस पहल की सफलता से प्रभावित होकर नरसापुर नगर आयुक्त बांदा श्रीराम चरण रेड्डी ने इस योजना को और विस्तार देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अब एक विशेष 6 सदस्यीय टीम बनाई जाएगी, जो गोरिल्ला जैसी पोशाक पहनकर पूरे कस्बे में चरणबद्ध तरीके से गश्त करेगी। इस पहल का उद्देश्य लोगों को तत्काल राहत प्रदान करना है। वीरेंद्र/ईएमएस/11नवंबर2025