अयोध्या,(ईएमएस)। उत्तरप्रदेश के अयोध्या के राम मंदिर में ध्वजारोहण कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने की विशेष तैयारी हो रही है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने इसकी जानकारी दी। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष मिश्र ने कहा, राम मंदिर ध्वजारोहण की विशेष तैयारी जारी है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम को लेकर चर्चा हो रही है, पीएम मोदी राम मंदिर परिसर में आएं और सभी निर्माण कार्यों को देखें। सभी कार्यक्रमों को सुझाव के रूप में प्रधानमंत्री कार्यालय भेजा जाएगा, उसके बाद वहां से जो निर्देश आएगा, उसके अनुसार काम होगा। उन्होंने कहा, राम मंदिर निर्माण के अधिकांश कार्य अब पूरे हो चुके हैं। अब पौधारोपण और सौंदर्य पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। एक महत्वपूर्ण निर्णय संग्रहालय का है, जिससे जुड़े एक एग्रीमेंट को हम अंतिम रूप प्रदान करने वाले है। उस एग्रीमेंट के तहत आईआईटी चेन्नई की सहायक संस्था प्रवर्तन को संग्रहालय की टेक्नोलॉजी और डिस्प्ले का कार्य सौंपा जा रहा है। शुरुआती अनुमान के मुताबिक यह एग्रीमेंट करीब 50 करोड़ रुपए का होगा। उन्हें शुरुआत से अंत तक की पूरी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि मंदिर के शिखर पर जो पताका लहराए, उसमें किसी प्रकार की तकनीकी आवश्यकता है। रक्षा मंत्रालय के कुछ लोग इस कार्य में जानकार हैं, इसलिए उनकी सहायता ली जाएगी, जिससे 25 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम में कोई कठिनाई नहीं होगी। इस विषय पर जानकारों से बातचीत जारी है। वे शिखर के कलश तक जाकर देखना चाहते हैं कि झंडे के पोल में किसी प्रकार की अड़चन नहीं। हर प्रकार का विकल्प उनके सामने हैं। एक तरह से फूल प्रूफ पताका लहराने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय को दी गई है। उन्होंने बताया, लक्ष्मण और परकोटा के छह मंदिरों के शिखर पर ध्वज लहराएगा। ध्वज के प्रारूप को भी अंतिम रूप दे दिया गया है। ये केसरिया रंग का ध्वज होगा, जिस पर ओम लिखा होगा। ये सभी नायलॉन के बनने वाले हैं, जो पैराशूट बनाने में इस्तेमाल होता है। मिश्रा ने बताया, प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम करीब तीन घंटे का होगा। ध्वजारोहण के लिए शुभ मुहूर्त 12 से 12.30 बजे के बीच का है। जो लोग आमंत्रित हो रहे हैं, उन्हें भगवान के दर्शन की सुविधा प्रधानमंत्री मोदी के जाने के बाद दी जाएगी। इसके लिए जो भी जिम्मेदारी होगी, उसके लिए जिला प्रशासन निर्णय लेगा। अन्य श्रद्धालु जो आएंगे को अगले दिन से दर्शन प्राप्त हो सकते हैं, जैसा सामान्य तौर पर होता है। आशीष दुबे / 10 नवंबर 2025