अयोध्या(ईएमएस)। बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी खुद को सौभाग्यशाली मान रहे हैं। इसकी वजह है कि अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाले राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए उन्हे औपचारिक निमंत्रण मिला है। इकबाल अंसारी के मोबाइल पर कार्यक्रम के निमंत्रण से जुड़ा मोबाइल संदेश पहुंचा है। इससे पहले उन्हें राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भी न्योता मिला था। राममंदिर ट्रस्ट की ओर से इकबाल अंसारी को इस बार होने वाले विशेष ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए व्यक्तिगत तौर पर आमंत्रित किया गया है। इस पर इकबाल अंसारी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह अयोध्या का सौभाग्य है। अयोध्या नगरी धर्म की नगरी है। भगवान राम का मंदिर बनकर तैयार है। प्रधानमंत्री जी ध्वजारोहण करने आ रहे हैं। हम भी बहुत खुश हैं। बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि इस कार्यक्रम में सभी लोग आ रहे हैं। देश-विदेश से लोग आ रहे हैं। आना भी चाहिए। आस्था सबकी है। भगवान राम में सबकी आस्था लगी हुई है कि हम दर्शन भी करें पूजन भी करें, भगवान को साक्षात देखें भी। मंदिर पर ध्वजारोहण होने जा रहा है। हमको भी निमंत्रण मिला है। हम भी बहुत खुश हैं। चाहते हैं कि ध्वजारोहण में हम भी शामिल हों। बता दें कि ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए करीब छह हजार लोगों को औपचारिक न्योता दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के आगमन को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट के भीतर और बाहर तैनात सभी कर्मचारियों का सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। राजनैतिक और बॉलीवुड से जुड़ी कई बड़ी हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है। इनके चार्टर्ड विमानों से पहुंचने की संभावना को देखते हुए एयरपोर्ट पर वीआईपी मूवमेंट बढ़ने की संभावना है। इसलिए सुरक्षा बलों ने तैयारियां और तेज कर दी हैं। एयरपोर्ट के आसपास स्थित होटल, होमस्टे और आवासीय परिसरों की गहन जांच चल रही है। 24 से 25 नवंबर के बीच यहां ठहरने वाले सभी यात्रियों का अनिवार्य वेरिफिकेशन किया जाएगा। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई होगी। एनएसजी, सीआरपीएफ, एसपीजी, आईबी और स्थानीय पुलिस संयुक्त रूप से सुरक्षा प्रबंधन संभाल रही हैं। पूर्णता की ओर है मंदिर निर्माण अयोध्या में राम मंदिर निर्माण अपनी पूर्णता की ओर है। इस बीच पत्थरों की घिसाई व सफाई का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। इसके कारण पूरा परिसर धूल-गुबार से ढका दिखाई दे रहा है। वहीं लोअर प्लिंथ पर थ्रीडी म्यूरल्स को लगाने और उनकी सेटिंग भी हो रही है। शिखर से लेकर खंभे और सतह पर हैंड मशीन की घर्घराहट का शोर भी बहुत अधिक है। इस बीच में श्रद्धालुओं का रेला भी पहुंच रहा है व अधिकांश श्रद्धालु नाक पर रुमाल रखकर दर्शन के लिए आ रहे हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/18नवंबर2025