-एमक्यु-28 घोस्ट बैट लक्ष्य खोजेगा, फायर करेगा और अपना बचाव भी करेगा सिडनी (ईएमएस)। दुनिया अब कॉम्बैट एविएशन के एक नए युग में प्रवेश करने जा रही है, जहां लड़ाई का मैदान किसी मानव-चलित जेट नहीं, बल्कि एक हाई-टेक एआई-संचालित ड्रोन तय करेगा। बोइंग ने पुष्टि की है कि उसका एमक्यु-28 घोस्ट बैट अगले महीने पहली बार असली एआईएम-120 एमरॉम मिसाइल दागने का परीक्षण करेगा और एक लाइव एयरबोर्न टारगेट को निशाना बनाएगा। यह सिर्फ एक तकनीकी ट्रायल नहीं, बल्कि मानव-रहित हवाई युद्ध की शुरुआत है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एयर वॉरफेयर की परिभाषा बदल देगा। रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स पहले से एमक्यु-28 का परीक्षण कर रही है और बोइंग इसे एक कॉम्बैट-रेडी, मल्टी-डोमेन फाइटर के रूप में वैश्विक मंच पर पेश कर रहा है। दुबई एयरशो से पहले कंपनी के डिफेंस प्रमुख स्टीव पार्कर ने घोषणा की कि ड्रोन लाइव-फायर के लिए तैयार है। इस बयान के बाद विशेषज्ञों के बीच यह सवाल उभरा है कि क्या अब पहली बार दुनिया एक ऐसे ड्रोन को देखेगी जो स्वयं लक्ष्य ढूंढेगा, विश्लेषण करेगा और पूरी हवाई लड़ाई को खुद संचालित करेगा। टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के विशाल वूमेरा रेंज कॉम्प्लेक्स में होगा, जहां एमक्यु-28 खुद लक्ष्य को लॉक कर एआईएम-120 से उसे गिराने की कोशिश करेगा। यह इतिहास का पहला मौका होगा जब किसी सीसीए श्रेणी के स्टील्थ एआई ड्रोन द्वारा वास्तविक लक्ष्य पर मिसाइल दागी जाएगी। यह संदेश स्पष्ट है कि ड्रोन अब सिर्फ निगरानी प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि भविष्य के असली हवाई योद्धा हैं। घोस्ट बैट की सबसे बड़ी ताकत इसका मॉड्यूलर नोज़ सेक्शन है, जिसमें किसी भी तरह का सेंसर, रडार या इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम लगाया जा सकता है। इसके कुछ संस्करण आईआरएसटी सेंसर के साथ देखे गए हैं, जो बिना रडार सक्रिय किए लक्ष्य को ट्रैक कर सकते हैं और इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग से प्रभावित नहीं होते। यह उसे एक साइलेंट हंटर बनाता है जिसे ढूंढना दुश्मन के लिए लगभग असंभव है। बोइंग का वेडगेटाइल एडब्ल्युएसीएस पहले ही एक साथ दो एमक्यु-28 ड्रोन को कंट्रोल कर चुका है, जबकि एक डिजिटल वर्चुअल एमक्यु-28 को भी फॉर्मेशन में उड़ाया गया। यह नेटवर्क-सेंट्रिक वॉरफेयर की वह क्षमता है जिसे चीन और रूस अभी विकसित करने से काफी दूर हैं। घोस्ट बैट अकेले नहीं, बल्कि एक संगठित स्वॉर्म के रूप में आकाश में एंट्री करेगा। ऑस्ट्रेलिया अभी तक ब्लॉक 1 के 8 प्रोटोटाइप और ब्लॉक 2 के 3 यूनिट ऑर्डर कर चुका है1 आने वाले ब्लॉक 2 संस्करणों में ज्यादा पेलोड, उन्नत एआई प्रोसेसिंग और संभवतः हवा में ईंधन भरने की क्षमता शामिल होगी। भविष्य में यह ड्रोन पूरे स्क्वाड्रन के रूप में काम करेंगे, जहां एक ‘लीड बैट’ अन्य ड्रोन को नियंत्रित करेगा। अमेरिकी नौसेना, पोलैंड और कई मिडिल ईस्ट देश एमक्यु-28 में रुचि दिखा चुके हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि घोस्ट बैट वैश्विक कॉम्बैट एविएशन में क्रांति लाने वाला है। यह वह हथियार है जो अपने लक्ष्य को खुद खोजेगा, ट्रैक करेगा, फायर करेगा और खुद अपना बचाव भी करेगा। अगले महीने होने वाला इसका पहला एयर-टू-एयर लाइव फायर दुनिया को यह संकेत देगा कि भविष्य का हवाई युद्ध मानवरहित, तेज और पूरी तरह एआई-चालित होगा। सिराज/ईएमएस 20 नवंबर 2025