भोपाल(ईएमएस)। पुराने शहर के छोला मंदिर थाना इलाके में रहने वाली विवाहिता द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी किये जाने की घटना सामने आई है। शुरुआती जॉच में फिलहाल ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या क कारण साफ हो सके लेकिन जॉच में यह बात सामने आई है की महिला अपने बेटों के अलग होने से काफी दुखी रहती थी। आशंका है की इसी मानसिक तनात में आकर उसने यह कदम उठाया है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार प्रवेश नगर मालीखेड़ी में रहने वाली आशा बाई पति गेंदालाल यादव (47) घरेलू महिला थीं। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। चारों बच्चों की शादी हो चुकी है। दोनों बेटे अपने मां-पिता से अलग अपने परिवार के साथ रहने लगे थे। इस बात से आशा बाई काफी दुखी रहती थी। छोटे बेटे संजय यादव ने पुलिस को बताया की 28 अक्टूबर को मां ने उससे कुछ सामान लाकर देने को कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया इस बात को लेकर मॉ और उसके बीच कहासुनी हो गई थी। मां ने उसे जमकर डांट दिया जिससे गुस्से में आकर 2 नवंबर को वो घर से अलग होकर पत्नी बच्चों के साथ किराए के मकान में रहने लगा था। दो दिन पहले जब वह मॉ से मिलने घर गया तब मां ने उससे कहा था की इतने बड़े घर में मन नहीं लगता है। बच्चों को मेरे पास छोड़ दो। जब उसने कहा था की वह काम के सिलसिले में इछावर जा रहा है, वहां से आने के बाद बच्चो को उनके पास छोड़ देगा। बाद में बुधवार देर रात आशा बाई ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने मामला कायम कर शव को पीएम के परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है। जुनेद / 20 नवंबर