राष्ट्रीय
22-Nov-2025
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-पांच साल में 68 लाख किलो घी हुआ इस्तेमाल, पूर्व चेयरमैन से हुई पूछताछ चेन्नई,(ईएमएस)। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के प्रसाद में मिलावट मामले में शनिवार को एक और नया खुलासा हुआ है। स्पेशल इन्वेस्टिगेंशन टीम (एसआईटी) के अनुसार टीटीडी ट्रस्ट बोर्ड के चेयरमैन बीआर नायडू ने पूछताछ में कबूल किया, कि साल 2019 से 2024 के बीच 48.76 करोड़ लड्डू बनाए गए। इनमें 20 करोड़ लड्डू मिलावटी घी से निर्मित किए गए थे। बोर्ड के अनुसार यह अनुमान प्रतिदिन दर्शनार्थियों की संख्या, खरीदी रिकॉर्ड, बनाने और सप्लाई के आंकड़ों को मिलाकर निकाला गया है। एसआईटी ने चेयरमैन बीआर नायडू से शनिवार को करीब आठ घंटे तक पूछताछ की। यहां बताते चलें कि साल 2022 में लड्डू प्रसादम में इस्तेमाल होने वाले घी में मिलावट की अनेक शिकायतें मिली थीं। इन शिकायतों को गंभीर मानते हुए एसआईटी ने जांच की थी। इस पर एक्शन लेते हुए टीटीडी ने उत्तराखंड की भोलेबाबा डेयरी को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। बावजूद इसके डेयरी मालिकों ने अन्य डेयरी फर्मों के नाम पर टेंडर हासिल कर घी की सप्लाई जारी रखी। इन डेयरियों में वैष्णवी डेयरी (तिरुपति), माल गंगा डेयरी(यूपी) और एआर डेयरी फूड्स (तमिलनाडु) के नाम शामिल हैं। यह सब सुब्बा रेड्डी के चेयरमैन रहते हुए हुआ था। जब एसआईटी ने सुब्बा रेड्डी से सवाल किया, कि लैब जांच रिपोर्ट में मिलावट की पुष्टि हो गई तब भी घी के टैंकर क्यों मंजूर किए गए? इस पर रेड्डी ने जवाब देते हुए कहा, उन्हें जांच रिपोर्ट कभी दिखाई ही नहीं गई, और जो भी खरीदी हुई वह तकनीकी समिति की सिफारिश पर हुई थी। गौरतलब है कि इस मामले में उनके पूर्व सहायक चिन्ना अप्पन्ना को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में एसआईटी ने टीटीडी के पूर्व ईओ एवी धर्मा रेड्डी से भी पूछताछ की है। मिलावट से जुड़ी जांच रिपोर्ट को एजेंसी ने नेल्लोर कोर्ट में जमा कर दी है। एजेंसी 15 दिसंबर तक सप्लीमेंटरी चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी करने में लगी हुई है। हिदायत/ईएमएस 22नवंबर25