गाजा(ईएमएस)। गाजा पट्टी में सुबह की गोलीबारी दोपहर तक भयानक हवाई हमलों में बदल गई। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने दक्षिणी और मध्य गाजा के कई इलाकों पर एयरस्ट्राइक कीं, जिसमें कम से कम 24 फिलिस्तीनी मारे गए और 80 से अधिक घायल हुए। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, ये हमले 10 अक्टूबर से लागू नाजुक युद्धविराम को फिर से चुनौती देते नजर आ रहे हैं। हमास ने शुरुआत में चेतावनी दी कि अगर इजरायली हमले जारी रहे तो वह समझौते को तोड़ने पर मजबूर हो सकता है, लेकिन बाद में संगठन के एक प्रवक्ता ने युद्धविराम समाप्त करने की खबरों का खंडन किया। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने दावा किया कि इन स्ट्राइकों में हमास के पांच वरिष्ठ कमांडर मारे गए। रिपोर्ट के मुताबिक, एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन इन कार्रवाइयों का पूर्ण समर्थन करता है। गाजा के हमास-प्रशासित सिविल डिफेंस ने 24 मौतों की पुष्टि की, जबकि यूनिसेफ ने चेतावनी दी कि युद्धविराम के दौरान ही हर दिन औसतन दो बच्चे मारे जा रहे हैं। तनाव की शुरुआत दक्षिण गाजा के यलो लाइन इलाके से हुई, जहां एक फिलिस्तीनी बंदूकधारी ने इजरायली सैनिकों पर फायरिंग की। आईडीएफ का कहना है कि हमलावर मानवीय सहायता के ट्रकों वाले रास्ते से इजरायली क्षेत्र में घुसा, जो युद्धविराम का स्पष्ट उल्लंघन है। हमास ने इसे झूठा बहाना बताते हुए इजरायल पर हत्या का आरोप लगाया। इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई में रफा और उत्तरी गाजा में हमले तेज कर दिए। सेना के अनुसार, रफा में 11 हमास लड़ाकों को मार गिराया गया, जबकि कुछ को भूमिगत सुरंगों से बाहर निकलते समय पकड़ा गया। उत्तरी गाजा में दो अन्य हमलावरों को ढेर करने का दावा किया गया। सबसे ज्यादा तबाही गाजा सिटी के रिमाल इलाके में हुई, जहां एक वाहन पर स्ट्राइक से 11 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर बच्चे थे। 20 से अधिक घायलों में कई की हालत गंभीर बताई गई। अल-अवदा अस्पताल के पास एक घर पर हमले में तीन लोग मारे गए, जबकि नुसैरात कैंप में सात की मौत हुई, जिसमें एक बच्चा शामिल था। चश्मदीदों ने बताया कि धमाकों की गूंज से पूरा इलाका धुंधला हो गया। देइर अल-बलाह के निवासी खलील अबू हताब ने कहा, ये कैसा युद्धविराम है? डर हर ओर फैला है, कोई जगह सुरक्षित नहीं बची। हमास के राजनीतिक ब्यूरो के वरिष्ठ सदस्य इज्जत अल-रीशक ने बयान जारी कर इजरायल पर तुच्छ बहानों से युद्ध फिर शुरू करने का आरोप लगाया। उन्होंने अमेरिका, मिस्र और कतर जैसे मध्यस्थों से तत्काल हस्तक्षेप की गुहार लगाई। हमास ने कहा कि इजरायल समझौते के नक्शे बदल रहा है, जिससे गाजा का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा उसके कब्जे में है। दूसरी ओर, इजरायल ने मध्यस्थों से अपील की कि हमास बाकी बंधकों के शव लौटाए और निरस्त्रीकरण पूरा करे। युद्धविराम के बाद से इजरायली हमलों में 316 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि इजरायल का दावा है कि उसके तीन सैनिकों की मौत हुई। इजरायल में भी आक्रोश बढ़ रहा है। शनिवार को तेल अवीव की सड़कों पर हजारों नागरिक उतरे, जहां वे 7 अक्टूबर 2023 की हमास हमले की निष्पक्ष जांच और बाकी बंधकों की रिहाई की मांग कर रहे थे। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कुल 69,733 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे बहुमत में हैं, जबकि 1.7 लाख से अधिक घायल हुए हैं। युद्धविराम ने सहायता प्रवाह बढ़ाया है, लेकिन हिंसा ने लाखों विस्थापितों की जिंदगी को फिर दांव पर लगा दिया। कतर ने हमलों को खतरनाक वृद्धि बताते हुए चेतावनी दी कि इससे पूर्ण युद्ध फिर भड़क सकता है। अब सारी नजरें मध्यस्थों पर हैं कि वे इस नाजुक संतुलन को कैसे बचाएंगे। वीरेंद्र/ईएमएस/23नवंबर2025